दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मदद ले सकते हैं. आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेता प्रशांत किशोर की कंपनी आई-पीएसी (I-PAC) से बात कर रहे हैं. एक पुख्ता सूत्र के मुताबिक दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए चुनावी रणनीति का जिम्मा I-PAC को देने पर अगले दस दिन के भीतर फैसला हो जाएगा.
किशोर के लिए सबसे छोटा अभियान
अगर आम आदमी पार्टी और प्रशांत किशोर की कंपनी के बीच करार हो जाता है तो I-PAC के लिए यह सबसे छोटा चुनाव अभियान होगा. किशोर के पास केजरीवाल के लिए रणनीति बनाने के लिए डेढ़ महीने से ही थोड़ा ही ज्यादा वक्त होगा.
किशोर की कंपनी I-PAC इस वक्त पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रही है. कंपनी 2021 में होने वाले चुनाव में पार्टी के लिए रणनीति तैयार कर रही है. अगर तृणमूल कांग्रेस जीतती है तो ममता बनर्जी यहां तीसरी बार सीएम बन सकती हैं.
प्रशांत किशोर का बेहतरीन रिकार्ड
किशोर की कंपनी का चुनाव अभियान रिकार्ड काफी अच्छा रहा है.यूपी इलेक्शन में कांग्रेस को जिताने में नाकामी को छोड़ कर अब तक इसे कोई असफलता नहीं मिली है.अपने पांच अभियानों में से चार में वह अपनी क्लाइंट पार्टियों को जिताने में सफल रही है. कहा जा रहा था कि यूपी में अभियान चलाने के सवाल पर कांग्रेस और कंपनी के बीच मतभेद हार की वजह बनी.
I-PAC का पहला असाइनमेंट 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए चुनाव अभियान तैयार करना था. इस चुनाव में बीजेपी को शानदार कामयाबी मिली थी. इसके बाद उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू-आरजेडी गठबंधन के लिए रणनीति बनाई थी.
2017 में प्रशांत की कंपनी ने कांग्रेस के लिए यूपी और पंजाब में चुनावी स्ट्रेटजी तैयार की थी लेकिन सिर्फ पंजाब में ही कांग्रेस को कामयाबी मिली सकी. 2019 में कंपनी ने आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी के लिए चुनावी रणनीति तैयार की थी. जगनमोहन की पार्टी लोकसभा की 25 में से 22 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.
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