शेयर बाजार में लगातार दो कारोबारी सेशन में गिरावट के बाद मंगलवार को बढ़त दर्ज की गई. बीएसई के इंडेक्स सेंसेक्स में 207 अंक की बढ़त दर्ज की गई और यह 37,852 पर बंद हुआ जबकि हेल्थकेयर, रियल्टी और बैंकिंग शेयरों में बढ़ोतरी की वजह से निफ्टी भी बढ़ कर 11,400 पर पहुंच गया. बाजार को मैक्रोइकोनॉमिक डेटा और ग्लोबल मार्केट में सुधार का सहारा मिला.
जुलाई महीने में थोक महंगाई दर में कमी दर्ज होने से भी घरेलू बाजार का सेंटिमेंट सुधरा हुआ था. जून में महंगाई दर 5.77 फीसदी थी जबकि जुलाई में यह घट कर 5.09 पर आ गई. जुलाई में खुदरा महंगाई दर भी नौ महीने के न्यूनतम स्तर 4.17 फीसदी पर आ गई.
रुपया 70 के पार
डॉलर के मुकाबले रुपया पहली बार 70 को पार कर गया है. इस पर चल रही बैचेनी को देखते हुए सरकार डैमेज कंट्रोल में उतर आई है. वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक रुपये की गिरावट से घबराने की जरूरत नहीं है.
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि , 'फिलहाल, चिंता करने की कोई बात नहीं है. यह गिरावट विदेशी कारणों से हो रही है. इसलिए आगे जाकर इसमें सुधार होने की उम्मीद है.'
गर्ग का बयान तब आया है, जब रुपया डॉलर के मुकाबले पहली बार 70.085 रुपये पहुंच गया है. इस साल रुपया अब तक 10 परसेंट गिर चुका है.
सरकार पर हमलावर विपक्ष
रुपये में जारी गिरावट को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. लगातार दूसरे दिन हुई रिकॉर्ड गिरावट के बाद कांग्रेस ने ट्वीट किया. कांग्रेस ने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘आखिरकार मोदी सरकार ने वह कर दिखाया जो 70 सालोंं में कभी नहीं हुआ था.’
आम आदमी पार्टी ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. AAP ने ट्वीट किया, 'जनता झेल रही है मार, रुपया पहुंचा 70 के पार, अब तो जागो मोदी सरकार!'
डॉलर के मुकाबले पहली बार रुपया 70 के पार
रुपये में गिरावट का दौर लगातार जारी है. डॉलर के मुकाबले रुपया अब 70 के स्तर को भी पार कर गया है. ताजा कमजोरी उस ट्रेंड का हिस्सा है जिसमें डॉलर के मुकाबले उभरती हुई अर्थव्यवस्था के करेंसी फिसल रहे हैं. सबसे ज्यादा कमजोरी टर्की की करेंसी लीरा में हुई है जो इस साल 40 परसेंट से ज्यादा कमजोर हो चुका है. रुपया इस साल करीब 9 परसेंट कमजोर हो चुका है.
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