समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को आग के हवाले की गई उन्नाव की बेटी के घर पहुंचे. अखिलेश यादव ने लड़की के माता-पिता और परिजनों से बात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
अखिलेश यादव करीब 30 मिनट तक उन्नाव की बेटी के घर रहे. परिजनों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, "इस परिवार ने अपनी बहादुर बेटी को खो दिया है. सरकार के लोग जानते थे कि उसके साथ पहले क्या हुआ था, इसके बावजूद सरकार उसे बचा नहीं सकी. ऐसी दर्दनाक घटना हैदराबाद के बाद यूपी में हुई. मैं घटना से बहुत दुखी हूं."
5 दिसंबर को उन्नाव की रहने वाली 23 साल की लड़की को रेप के पांच आरोपियों ने आग के हवाले कर दिया था. आरोपियों में से दो के खिलाफ उसी लड़की का रेप करने का मामला चल रहा था. करीब 90 फीसदी तक झुलस चुकी लड़की को एअरलिफ्ट कर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
अखिलेश यादव ने कहा-
मैंने परिवार के सदस्यों के दुख-दर्द को समझने की कोशिश की. उनका कच्चा घर है, घर देखकर कोई भी उनकी गरीबी का अंदाजा लगा सकता है. यूपी सरकार ने जानबूझकर सबकुछ जानते हुए भी उसे दिल्ली भेजा, ताकि यूपी में विपक्ष के नेता लड़की से मिल न सके.
लड़की ने न्याय के लिए लड़ रही थी. लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी. अब हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उसके न्याय के लिए लड़े. दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले. हम परिवार की हर तरह की मदद के लिए समाजवापार्टी के लोग तैयार हैं. परिवार के सदस्य को योग्यता के हिसाब से जल्द से जल्द सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए.अखिलेश यादव, चीफ, समाजवादी पार्टी
बता दें, उन्नाव की बेटी के परिवार को मदद के तौर पर यूपी सरकार 25 लाख रुपये दे चुकी है. इसके साथ ही पिता को सरकारी नौकरी और घर देने का ऐलान कर चुकी है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)