रामनवमी पर हिंसा (Ram Navami Violence) की आग बिहार (Bihar) तक पहुंची और प्रदेश के तीन जिले रोहतास, नालंदा और गया में पथरबाजी, आगजनी और गोलीबारी की घटना हुई. इन सब के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिहार के दो दिवसीय दौरे पर हैं. रविवार, 2 अप्रैल को अमित शाह ने बिहार के नवादा जिले में सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी यादव को भी आड़े हाथों लिया. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पीएम और तेजस्वी यादव सीएम बनना चाहते हैं, जो बीजेपी होने नहीं देगी. राज्य में हिंसा का माहौल है. प्रदेश में कानून व्यवस्था बेपटरी पर है. इसको सिर्फ बीजेपी ही सही कर सकती है. नरेंद्र मोदी 2024 में तीसरी बार देश के पीएम बनेंगे, देश उनके नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है.
"लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश सरकार खुद गिर जाएगी"
अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के लिए NDA के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. 2024 में बीजेपी बिहार की सारी सीटें जीतेगी. बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर कमल खिलेगा. लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश सरकार खुद ही गिर जाएगी. उन्होंने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था मोदी जी ही ठीक कर सकते हैं. भ्रष्टाचार की वजह से नवादा में किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है. बिहार में जंगलराज फिर लौट आया है.
"सासाराम में लोगों पर गोलियां चल रही हैं, बिहार चिंता में है"
बिहार के सासाराम में अमित शाह की सभा थी, लेकिन हिंसा की वजह से बीजेपी ने उनकी सभा को स्थगित कर दिया. सासाराम की हिंसा पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सासाराम में हिंसा की वजह से नहीं जा पाया. सासाराम में लोगों पर गोलियां चल रही हैं. बिहारशरीफ और सासाराम में आग लगी है और आज पूरा बिहार चिंता कर रहा है.
"बिहार में वादाखिलाफी वाली सरकार"
सासाराम में केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार बिहार की शांति व्यवस्था नहीं संभल सकते. अगर हम सत्ता में आए तो दंगा करने वालों को उल्टा लटकाकर सीधा कर देंगे. जिस राज्य में RJD, उस राज्य में कभी शांति नहीं हो सकती. बिहार सरकार की नीति और नियत, दोनों खराब है. बिहार में विदाखिलाफी वाली सरकार है. नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. मोदी सरकार में देश सुरक्षित है. बीजेपी ने कश्मीर से धारा 370 हटाई. बिहार में 85 लाख किसानों को हर साल 6 हजार रुपये मिल रहे हैं.
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