कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिस वालों की हत्या मामले में विकास दुबे गैंग के एक सदस्य शशिकांत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शशिकांत 3 जुलाई के बाद से फरार था. शशिकांत पर 50 हजार रुपए का इनाम था. उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था ने प्रशांत कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये जानकारी दी.
प्रशांत कुमार के मुताबिक 3 जुलाई को बिकरू गांव में अपराधियों ने 8 पुलिस कर्मियों की हत्या कर पुलिस का असला लूट लिया था वो अब बरामद गहो गया है.
पुलिस ने शशिकांत की निशानदेही पर वारदात में लूटी गई इंसास, एके 47 रायफल और कारतूस बरामद किए हैं. पुलिस को शशिकांत के घर से इंसास रायफल और 20 कारतूस मिले हैं. साथ ही पुलिस ने विकास दुबे के घर से सर्च के दौरान AK47, रायफल, 17 कारतूस भी बरामद किए हैं.
बता दें कि शशिकांत के पिता प्रेमकुमार पांडेय को पुलिस ने 3 जुलाई की सुबह ही मुठभेड़ में मार गिराया था. प्रेम प्रकाश पांडे विकास का मामा था.
8 पुलिस वालों की हत्या में 21 आरोपी, 6 ढ़ेर, 4 गिरफ्तार, 11 फरार
प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि इस मामले में कुल 21 आरोपी हैं जिसमें से 4 को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार आरोपियों में श्यामू वाजपेयी, ज्ञान यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री और शशिकांत हैं.
विकास दुबे समेत 6 आरोपी अलग-अलग घटनाओं में पुलिस ने एनकाउंटर कर मार गिराया है. एनकाउंटर में विकास दुबे, प्रेम प्रकाश पांडे, अतुल दुबे, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा और बउआ दुबे को ढेर किया गया है.
विकास दुबे कांड: प्रेस कांफ्रेंस पर कई सवाल
पुलिस ने दावा किया है कि विकास दुबे के घर से पुलिस को AK-47 मिली है ऐसे में ताज्जुब की बात ये है कि जिस जिस विकास दुबे के घर को पुलिस ने जमीनदोज कर दिया था उसमें AK-47 कहां छपाई गई थी, जो पुलिस को इतने दिन लग गए ढूंढ़ने में इतना वक्त लग गया.
शशिकांत का घर विकास दुबे के घर के पास में था, सिर्फ दो कमरे का घर है, फिर इंसास राइफल मिलने में इतना वक्त क्यों लग गया? जब्कि शशिकांत के घर के सामने ही एसआईटी भी गई आयोग भी गया. पुलिस के अधिकारी भी गए. मीडिया भी गया. यही नहीं शशिकांत के ही आंगन में डीएसपी देवेंद्र कुमार मिश्रा की हत्या हुई थी.
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