बिहार में नई सरकार बनी है लेकिन मुख्यमंत्री पद पर फिर से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही बैठे हैं. नीतीश ने NDA के साथ गठबंधन तोड़ 'महागठबंधन' का हाथ थामा है. सबकी नजर नई कैबिनेट के गठन पर है कि 'सुशासन बाबू' कहे जाने वाले नीतीश कुमार किस तरफ अपने नई सहयोगी पार्टियों को साधते हैं और उनको अपनी कैबिनेट में जगह देते हैं. ऐसे में बिहार में कांग्रेस के विधायक छत्रपति यादव ने पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को लेटर लिखकर अपनी जाति बताते हुए मंत्री पद मांगा है.
"सामाजिक समीकरण का ध्यान रखने के सम्बन्ध में" शीर्षक से लिखे गए इस लेटर में खगड़िया सदर से विधायक छत्रपति यादव ने लिखा है कि
"मैं महागठबंधन से कांग्रेस पार्टी का एकमात्र यादव जाति (पिछड़ा वर्ग) का विधायक हूं.. बिहार की नवगठित महागठबंधन की सरकार में यादव जाति (पिछड़ा वर्ग) को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की आवश्यकता है... वर्तमान दौर की राजनीति में जनहित में यादव जाति (पिछड़ा वर्ग) को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जाए. इससे कांग्रेस पार्टी से जुड़े यादव जाति (पिछड़ा वर्ग समुदाय) का मनोबल बढ़ेगा. मैं व्यक्तिगत तौर से कांग्रेस हित में आपसे अपील कर रहा हूं."
खास बात यह है कि विधायक छत्रपति यादव ने अपने लेटर के अंत में एक नोट भी लिखा है जिसमें उन्होंने बताया है कि वो स्व. राजेंद्र प्रसाद यादव के पुत्र हैं, जो बिंदेश्वरी दुबे, भागवत झा आजाद व डॉ जगन्नाथ मिश्रा के मुख्यमंत्री रहते मंत्री रहे हैं.
लेटर के अलावा छत्रपति यादव ने अपनी मांग को लेकर एक वीडियो भी जारी किया है. इसमें वो कह रहे हैं कि कांग्रेस जनमानस के सम्मान और कांग्रेस की राजनीति के लिए यादव जाति को मंत्रिमंडल में जगह देने के लिए प्रस्ताव करे. उन्होंने कहा है कि किसी भी हालत में वर्तमान समय में बनने वाली महागठबंधन की सरकार में जातीय समीकरण के तहत यादव जाति से मंत्री को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए.
बता दें कि नीतीश सरकार का कैबिनेट विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है.
(इनपुट- Mahip Raj)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)