मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को भरोसा जताया कि साल 2019 में बीजेपी सरकार एक बार फिर सत्ता में वापसी करेगी. इसके साथ ही उन्होंने अगला लोकसभा चुनाव ‘भ्रष्टाचार और गरीबी हटाने' के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिशों और विपक्ष के ‘मोदी हटाओ' के एक सूत्री एजेंडे के बीच मुकाबला होगा.
अमित शाह ने सरकार की चार साल की कामयाबियों का ब्योरा दिया और राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस से मिलने वाली संभावित चुनौतियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल ने खुद को भले ही पीएम उम्मीदवार घोषित कर लिया हो, लेकिन उनके इस कदम से विपक्षी नेताओं को तो छोड़ दें, उनकी पार्टी के नेता भी सहज नहीं हैं.
मोदी को ‘‘सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा मेहनत करने वाले प्रधानमंत्री'' के तौर पर पेश करते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने यूपीए की नीतिगत लचरता वाली सरकार की जगह गरीबों के लिए काम करने वाली सरकार दी और दुनिया में देश के सम्मान को बढ़ाने के साथ ही अर्थव्यवस्था भी सुधारी.
‘अच्छे दिन' वाले वादे पर शाह ने कहा...
बीजेपी की ओर से किए गए ‘अच्छे दिन' के वादे पर शाह ने कहा कि सरकार ने चार साल में अपने वादे पूरे करने के लिए काफी कदम उठाए हैं और एक साल अब भी बाकी है. शाह ने विपक्ष पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि देश की राजनीति में चौंकाने वाला बदलाव हुआ है और प्रधानमंत्री के खिलाफ रहने वाले लोग झूठ फैलाकर हमेशा इसे जोर-जोर से बोलते रहते हैं.
मैं यह नई चीज देख रहा हूं और लगता है कि विपक्ष ने 2019 के चुनावों तक इसी रणनीति पर चलने का फैसला किया है. इसका एक सूत्री एजेंडा ‘मोदी हटाओ’ का है जबकि बीजेपी व मोदी कुव्यवस्था, भ्रष्टाचार और गरीबी मिटाना चाहते हैं ताकि विकास कायम हो.अमित शाह, अध्यक्ष, बीजेपी
शाह ने विपक्ष की चुनौती को नहीं दी तवज्जो
एकजुट विपक्ष की चुनौती को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए उन्होंने कहा कि लोग चट्टान की तरह मोदी के साथ खड़े हैं और काम करने की प्रधानमंत्री की राजनीति वंशवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को बढ़ावा देने वालों पर भारी पड़ेगी.
सरकार पर झूठ फैलाने और मोदी पर प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम करने के आरोप लगाने वाली कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि बीजेपी केंद्र की उपलब्धियों के बाबत तथ्यों व आंकड़ों पर बहस करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि मोदी को कोई फैसला करने से पहले किसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं पड़ती.
प्रधानमंत्री पद की गरिमा के बारे में फैसला कांग्रेस नहीं करेगी. लोगों ने यह कर दिया है. उन्होंने 14 राज्यों में उसकी सरकारें बदल दी हैं.अमित शाह, अध्यक्ष, बीजेपी
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें 2019 में एकजुट विपक्ष या राहुल गांधी से कोई चुनौती दिखती है, इस पर शाह ने कहा कि कोई चुनौती नहीं है और सत्ता में बीजेपी की वापसी निश्चित है. शाह ने राहुल के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई नेता उनके बयान के समर्थन में नहीं आया और न ही शरद पवार, ममता बनर्जी या अखिलेश यादव जैसे विपक्षी नेताओं ने उनके बयान का समर्थन किया.
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