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वरुण गांधी ने योगी सरकार पर उठाया सवाल, "रात में कर्फ्यू और दिन में रैलियां"

"हमें इमानदारी से तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमीक्रॉन के प्रसार को रोकना है या चुनावी शक्ति प्रदर्शन"

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बीजेपी नेता और पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने एक बार अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के फैसलों पर सवाल उठाए हैं. योगी सरकार द्वारा कोरोना के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लगाए गए नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) को लेकर वरुण गांधी ने सवाल उठाया कि ये कैसा फैसला है जिसमें रात में कर्फ्यू है और दिन में हो ही रैलियों में लाखों लोग आ रहे हैं.

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वरुण गांधी ने ट्वीट किया, "रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है." आगे वो लिखते हैं कि, "उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें इमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन."

संक्रमण फैलने का खतरा दिन में ज्यादा- वरुण

अंग्रेजी अखबार- द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में वरुण गांधी ने कहा, "ज्यादातर संक्रमण के फैलने की गुंजाइश आमतौर पर दिन में होती है क्योंकि रात के दौरान सड़क पर कम लोग होते हैं. सामाजिक रूप से हो रहे आयोजनों को रोकने पर जोर देना चाहिए जो कोरोना वायरस को फैलने में मदद करते हैं."

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बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब वरुण गांधी ने इस तरह से सवाल उठाए हैं. इससे पहले भी वो विवादास्पद कृषि कानूनों के लिए बीजेपी सरकार की आलोचना करते रहे हैं. उन्होंने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर आंदोलन कर रहे किसानों के लिए राहत उपाय करने की मांग की थी.

लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर भी सीएम को पत्र लिखकर किसानों की मौत में शामिल लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी.

यही नहीं वरुण गांधी प्रधानमंत्री को भी पत्र लिख चुके हैं, ताकि किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवजा मिल सके. वहीं एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने की मांग कर चुके हैं.

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