अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से ही भारत में भी बयानबाजी का दौर जोरों पर चल रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तालिबान (Taliban) का मुद्दा उठाया था और बिना किसी पार्टी का नाम लिए भारत में आतंकवादी समूह का तथाकथित समर्थन करने के लिए लोगों के एक वर्ग को दोषी ठहराया था.
अब उत्तर प्रदेश BJP के ट्विटर हैंडल से 2 मिनट का एक वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा गया है. उन पर आरोप लगाया गया है कि वो तालिबान मानसिकता वाले समाजवादी पार्टी के नेताओं का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि अभी उन्होंने उन नेताओं के खिलाफ कुछ बोला नहीं है.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम वक्त बचा हुआ है. चुनाव को लेकर यूपी में सियासी उठा-पटक चल रही है.
2 मिनट के इस वीडियो में अफगानिस्तान में हुई हाल की घटनाओं का जिक्र है, विशेष रूप से काबुल एयरपोर्ट पर हुई भगदड़ की तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है. वीडियो में हिन्दी वॉयस ओवर के जरिए अखिलेश यादव पर आरोप लगाया गया है कि वो उन नेताओं के साथ खड़े हैं जो वैचारिक रूप से तालिबान के प्रति झुकाव रखते हैं.
तालिबान पर यूपी में बयानबाजी
19 अगस्त को विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अफगानिस्तान में महिलाओं और बच्चों के साथ तालिबानियों के द्वारा बर्बरता की जा रही है, इसके बाद भी कुछ लोग उनका सपोर्ट कर रहे हैं. इस प्रकार के लोगों को समाज के सामने बेनकाब करना होगा.
उनका यह बयान उसके बाद आया था जब संभल के SP सांसद पर व दो अन्य के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए थे. आरोप लगाया गया था कि वो लोग तालिबान की तुलना भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों से कर रहे हैं.
पिछले दिनों 18 अगस्त को समाजवादी पार्टी के नेता व लोकसभा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने मीडिया से कहा था कि 'तालिबान अफगानिस्तान को आजाद करना चाहते हैं और वो अपना देश खुद चलाना चाहते हैं.'
"वह आजाद होना चाहते हैं, ये उनका व्यक्तिगत मामला है, हमको इसमें दखल नहीं देना चाहिए. जब भारत ब्रिटिश सरकार के अधीन था तो पूरे देश ने आजादी के लिए लड़ाइयां लड़ी थी."शफीकुर्रहमान बर्क, सपा सांसद
बीजेपी के द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो पर अब तक अखिलेश यादव या समाजवादी पार्टी किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दी है. अखिलेश ने अब तक तालिबान पर अपनी पार्टी के रुख के बारे में सवालों के घेरे में आने से परहेज किया है. उन्होंने यह जरूर कहा कि यह भारत सरकार पर निर्भर है कि वह अफगानिस्तान में विकासशील स्थिति के तौर पर अपनी प्रतिक्रिया दे.
अखिलेश यादव से जब एक निजी चैनल द्वारा पूछा गया कि तालिबान मुद्दे पर पार्टी का क्या स्टैंड है, तो उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता है कि अफगानिस्तान की जनता सुरक्षित रहे.
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