वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2021-22 के लिए आम बजट संसद में पेश किया. इस बजट में किसानों से लेकर स्वास्थ्य और रोजगार की बात कही गई. लेकिन विपक्षी नेताओं ने इस बजट को देश को बेचने वाला बताया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बजट पर कहा कि, मोदी सरकार ने इस बजट से भारत की संपत्ति को अपने पूंजीपति दोस्तों को सौंपनी की प्लानिंग की है. राहुल गांधी के इस ट्वीट पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी जवाब दिया है,
खुद बोलेगा बजट- वित्त मंत्री
बजट पेश करने के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वित्त मंत्री से राहुल गांधी के ट्वीट को लेकर सवाल किया गया. जिसके जवाब में सीतारमण ने कहा कि, "मेरा बजट खुद ही बोलता है. मुझे राहुल गांधी के उस ट्वीट का जवाब देने की जरूरत नहीं है, जिसमें वो क्रोनी कैपटलिज्म का जिक्र कर रहे हैं. क्या वो बता सकते हैं कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो केरल के विंझिजम पोर्ट के डेवलेपमेंट का काम क्रोनी कैपिटलिस्ट को क्यों सौंपा गया? अगर वो इस बात को समझा पाते हैं, तो मैं इस बात से सहमत हो जाऊंगी कि वो क्रोनी कैपटलिज्म को जो कह रहे हैं वो सही हो सकता है. या तो उन्हें नहीं पता होता है कि वो क्या ट्वीट कर रहे हैं, या क्या उन्हें बताया गया है."
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
बता दें कि राहुल गांधी ने बजट पेश होने के कुछ ही देर बाद ट्टीट किया. जिसमें उन्होंने कहा कि, "लोगों के हाथों में सीधा पैसा पहुंचना भूल जाइए. मोदी सरकार भारत की संपत्ति को अपने पूंजीपति दोस्तों को देने की तैयारी कर रही है."
राहुल गांधी के अलावा अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता शशि थरूर, टीएमसी नेता डेरेक ओ-ब्रायन और तेजस्वी यादव जैसे विपक्षी नेताओं ने भी बजट को लेकर बयान दिए और इसकी आलोचना की.
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