बुधवार को जारी कैग रिपोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मुश्किलें बढ़ा दी है. रिपोर्ट के मुताबिक नवी मुंबई की मेट्रो परियोजना और नवी मुंबई एयरपोर्ट परियोजना के निर्माण कार्य में भारी अनियमितता मिली है. हालांकि फडणवीस ने रिपोर्ट में बताई गई कथित अनियमितताओं के आरोपों को खारिज किया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों परियोजनाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर की है इसलिए इसके ठेके के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को आमंत्रित करना जरूरी था. कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय अखबार में इन परियोजना के निविदा को लेकर कोई भी विज्ञापन नहीं दिया गया. ये परियोजनाएं शहरी विभाग के तहत आती हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास यह विभाग था. सड़कें भी शहरी विभाग के अधीन हैं.अब सवाल ये है कि किसे मदद पहुंचाने के लिए इस प्रकार नियमों की अनदेखी की गई. मामला सिर्फ यही तक नहीं है. कैग की रिपोर्ट में कुछ और भी तकनीकी खामियों का जिक्र किया गया है, जिससे घोटाले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
एनसीपी और शिवसेना बीजेपी पर हमलावर
कैग की रिपोर्ट के बाद पूर्व मुख्यमंत्री पर जहां सत्ता पक्ष आक्रामक दिख रही हैं वही बीजेपी बचाव में उतर आई हैं. ये 5 बातें रिपोर्ट में सामने आई हैं.
- नवी मुंबई मेट्रो परियोजना में 10 ठेकेदारों को बिना टेंडर के ही 50 करोड़ रुपये का ठेका दे दिया गया
- 430 करोड़ रुपये का ठेका ले चुकी 10 कंपनियों को 69 करोड़ रुपये का अतिरिक्त काम बिना किसी टेंडर के मिला.
- कुल 6 ठेकेदार को बिना किसी अनुभव का 809 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया.
- जीपीएल. और सीएसजे/जीॉवीके कंपनी ने सांठगांठ कर ठेका लिया. उन्हें क्रमशः 592 और 626 करोड़ रुपये का ठेका लिया है. कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि व्यवस्थित टेंडर लाया गया होता तो बेहतर प्रतिस्पर्धा हो सकती थी.
- परियोजना के निर्माण कार्य के लिए बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनी को ठेका देने में भी गड़बड़ी पाई गई है. कंपनी को निर्धारित टेंडर कीमत से 7 प्रतिशत अधिक कीमत पर यह ठेका दिया गया.
फडणवीस ने आरोपों से किया इनकार
फडणवीस ने कहा कि सिडको पूरी तरह से स्वतंत्र संस्था है , सभी काम बोर्ड के निर्णय अनुसार होते हैं , उससे मुख्यमंत्री कार्यालय से कोई लेना देना नहीं होता है.
कैग की आपत्ति पर पब्लिक अकाउंटस कमिटी के समक्ष पेश होगी. सिडको के अधिकारियों को वहां जवाब दे कर पीएसी के सदस्यों को संतुष्ट करना होगा , नहीं तो अनियमितता करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी. फडणवीस ने कैग रिपोर्ट के कुछ हिस्से को लीक होने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि जानबूझकर कुछ लोगों ने यह किया है
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