अपने ही कॉलेज की एक लॉ स्टूडेंट से यौन शोषण मामले में फंसे पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता चिन्मयानंद अब जेल पहुंच चुके हैं. हॉस्पिटल में इलाज करवाने के बाद अब उन्हें यूपी की शाहजहांपुर जेल भेज दिया गया है. चिन्मायनंद को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में सीने में दर्द और ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही वो हॉस्पिटल में थे.
पीजीआई के सीएमएस डॉ. अमित अग्रवाल ने चिन्मयानंद को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनकी एंजियोग्राफी की गई लेकिन कोई ब्लॉकेज नहीं पाया गया. अग्रवाल के मुताबिक चिन्मयानंद की हालत सामान्य हो गई थी. ऐसे में चिकित्सकीय परामर्श देकर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
जमानत याचिका हो चुकी है खारिज
चिन्मयानंद ने जेल जाने से पहले कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी जमानत के लिए गुहार लगाई थी. लेकिन कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया. इसके अलावा कोर्ट ने पीड़ित लड़की की जमानत याचिका को भी खारिज कर दिया था. बता दें कि आरोप लगाने वाली लड़की को भी रंगदारी के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके बाद उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
चिन्मयानंद केंद्र की अटल बिहारी सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं. वह पहली बार साल 1991 में बीजेपी की टिकट पर यूपी की बदायूं लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे. इसके बाद वे साल 1998 में मछलीशहर और साल 1999 में जौनपुर लोकसभा सीट से चुने गए थे.
विपक्ष लगातार हमलावर
बीजेपी नेता पर यौन शोषण और उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाने वाली लड़की की गिरफ्तारी होने के बाद से ही विपक्ष बीजेपी सरकार पर हमलावर है. प्रियंका गांधी से लेकर राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने इस कार्रवाई की निंदा की. नेताओं का कहना है कि बेटियों के साथ होने वाले अत्याचारों के लिए उसका साथ देने की जगह राज्य सरकार उसे ही जेल में बंद कर रही है.
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