संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी मिल जाने के बाद कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि राज्यसभा से CAB पास होना संवैधानिक इतिहास का काला दिन है.
सोनिया गांधी ने बयान जारी कर कहा है-
आज भारत के संवैधानिक इतिहास का काला दिन है. नागरिकता संशोधन विधेयक का पास होना भारत के बहुसंख्यकवाद पर संकीर्ण मानसिकता और कट्टरपंथी ताकतों की जीत है. हमारे पूर्वज आइडिया ऑफ इंडिया के जिस आदर्श को लेकर लड़े थे, ये बिल मौलिक रूप से उसके खिलाफ है.
सोनिया गांधी ने कहा कि ये विधेयक एक ऐसे विकृत और बंटे हुए भारत के निर्माण की कोशिश करता है, जहां धर्म ही राष्ट्रीयता को निर्धारित करेगा.
सोनिया गांधी ने लिखा है, 'इस विधेयक के कई गंभीर निहितार्थ हैं. यह त्रुटिपूर्ण कानून आजादी के आंदोलन की भावना और हमारे राष्ट्र की आत्मा के खिलाफ है. हमारा देश एक ऐसा देश है जो ऐतिहासिक रूप से सभी राष्ट्रों और सभी धर्मों के पीड़ितों को शरण और सुरक्षा की पेशकश करता है.’
उन्होंने लिखा, ‘हम एक गौरवशाली देश हैं, जहां कभी भी, कुछ लोगों में भी असुरक्षा की भावना नहीं आई. क्योंकि हम हमेशा इस विचार के साथ दृढ़ रहे हैं कि मुक्त भारत तभी स्वतंत्र रह सकता है, जब उसके लोग आजाद हों. और ये तभी हो सकता है, जब उनकी आवाज सुनी जाए, हमारी संस्थाएं, हमारी सरकारें और हमारी राजनीतिक ताकतें इस देश के नागरिकों को उनके अधिकार दिलाने के लिए खुद को समर्पित करें.’
कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, 'यह विडंबना ही है कि इस विधेयक को ऐसे समय में लाया गया है जब देश और पूरी दुनिया महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मना रही है. पीड़ा के इस क्षण में, मैं बीजेपी के खतरनाक विभाजनकारी और ध्रुवीकरण के एजेंडे के खिलाफ हमारी पार्टी के संघर्ष और दृढ़ संकल्प को दोहराती हूं.'
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