कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर उठ रहे सवालों के बीच सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की एक अहम बैठक होगी. इस बैठक में सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के अलावा पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी हिस्सा लेंगे.
कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि बैठक में सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर सकती हैं, हालांकि कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सोनिया ने किसी के साथ बातचीत में ऐसा कोई इरादा नहीं जताया है.
सोनिया ने अगर इस्तीफे की पेशकश की तो कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता उनसे अध्यक्ष बने रहने या फिर राहुल गांधी को फिर से पार्टी की कमान सौंपने का अनुरोध कर सकते हैं. ऐसी स्थिति में अगर राहुल फिर से अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं होते तो सोनिया पूर्णकालिक अध्यक्ष चुने जाने तक इस पद की जिम्मेदारी संभालने को सहमत हो सकती हैं.
सीडब्ल्यूसी की सोमवार की बैठक से पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद समेत 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को लेटर लिखकर कहा कि कांग्रेस को पूर्णकालिक नेतृत्व मिलना चाहिए जो जमीन पर सक्रिय हो और कांग्रेस मुख्यालय और प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के मुख्यालय में भी उपलब्ध हो. ऐसे में बैठक में असंतुष्ट नेताओं की तरफ से उठाए गए मुद्दों पर चर्चा और बहस होने की भी संभावना है. इन नेताओं ने प्रदेश इकाइयों के सशक्तिकरण और केंद्रीय संसदीय बोर्ड के गठन जैसे सुधार लाकर संगठन में बड़ा बदलाव करने का अनुरोध किया है.
कांग्रेस के कई बड़े नेता सोनिया और राहुल के पक्ष में
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ''मेरा मजबूती से मानना है कि सोनिया गांधी जी को इस अहम मोड़ पर पार्टी का नेतृत्व करते रहना चाहिए, जहां लड़ाई हमारे लोकतंत्र के लोकाचार को बचाने की है. उन्होंने हमेशा चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन अगर उन्होंने अपना मन बना लिया है, तो मेरा मानना है कि राहुल गांधी को आगे आना चाहिए और कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए क्योंकि देश के सामने हमारे संविधान-लोकतंत्र को बचाने की बड़ी चुनौती है.''
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है, ‘‘कांग्रेस को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो केवल कुछ लोगों के लिए नहीं बल्कि पूरी पार्टी, सभी कार्यकर्ताओं और देश के लिए स्वीकार्य हो. गांधी परिवार इस भूमिका के लिए बिल्कुल उपयुक्त है.’’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है, ''सोनिया गांधी के नेतृत्व पर कोई भी सुझाव या आक्षेप बेतुका है. मैं सोनिया गांधी से अपील करता हूं कि वह अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करें और कांग्रेस का नेतृत्व करती रहें.''
कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा है "कर्नाटक कांग्रेस गांधी परिवार और सोनिया गांधी के नेतृत्व के साथ है."
तेलंगाना के पूर्व सांसद और पार्टी के महाराष्ट्र मामलों के प्रभारी सचिव चल्ला वामसी चंद रेड्डी ने भी राहुल गांधी को ‘अब और बिना किसी देरी के’ कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है.
उधर, कांग्रेस के जिन 23 नेताओं ने सियासी बवंडर खड़ा करने वाले लेटर पर हस्ताक्षर किए हैं उनमें गुलाम नबी आजाद के अलावा आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पृथ्वीराज चव्हाण, मुकुल वासनिक, कपिल सिब्बल, एम वीरप्पा मोइली, शशि थरूर, मनीष तिवारी जैसे नेता शामिल हैं.
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