हरियाणा में निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के अगले दिन मंगलवार को राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया. सांगवान ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था. सोमबीर ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) सरकार को समर्थन दिया था.
सांगवान ने बताई वजह
सांगवान ने अब किसान आंदोलन के मुद्दे पर हरियाणा सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान किया है. एक बयान में, उन्होंने कहा कि उन किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है, जो अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं. सांगवान ने कहा, "मैं मौजूदा हालात में इस सरकार से जुड़ा नहीं रह सकता, इसलिए मैंने अलग होने का फैसला लिया है."
वह उन सात निर्दलीय विधायकों में से थे, जिन्होंने पिछले साल विधानसभा चुनाव जीते थे. चुनाव के बाद उन्होंने सरकार को समर्थन दिया.
निर्दलीय उम्मीदवारों में से एक रंजीत चौटाला को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, जबकि अन्य चार को बोर्ड और निगमों का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
बीजेपी ने 2019 में 90 सदस्यीय विधानसभा में से 40 सीटें जीतीं थीं और जननायक जनता पार्टी के समर्थन से सरकार बनाई थी, जिसे चुनाव में 10 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को इस चुनाव में 31 सीटों पर जीत मिली थी.
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