कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान रविवार, 29 मई को कर दिया. इस लिस्ट में राजस्थान से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनीक और प्रमोद तिवारी का नाम शामिल किया गया है. इसके अलावा कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) को महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाया गया है. पार्टी द्वारा इमरान को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर पृथ्वीराज चव्हाण ने नाराजगी जाहिर की है.
उन्होंने इमरान प्रतापगढ़ी का विरोध करते हुए कहा कि इमरान को किसी और राज्य से टिकट दिया जाना चाहिए, यहां से मुकुल वासनिक को प्रत्याशी बनाया जाए.
सोमवार, 30 मई को नागपुर में पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि
बहुत सारे लोग होते हैं, सभी का समाधान करना संभव नहीं है. कोई भी चुनाव हो इसमें दो चीज देखी जाती है- एक तो राज्यसभा के सभागृह में मजबूती से कौन काम कर सकता है और दिल्ली के पार्टी सचिवालय में कौन फुल टाइम काम कर सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र के हमारे विदर्भ के साथी मुकुल वासनिक को उस लिस्ट में रखा गया है, बाहर के राज्य के व्यक्ति को महाराष्ट्र का प्रत्याशी बनाया गया है. मैंने मुकुल वासनिक से भी बात किया, हाईकमान को भी पत्र लिखा है कि मुकुल वासनिक को महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाइए और इमरान प्रतापगढ़ी को दूसरे राज्य में भेजें.
हमारी तपस्या में कुछ कमी रह गई- पवन खेड़ा
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के द्वारा राज्यसभा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के बाद से ही पार्टी नेताओं का दर्द छलक रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा तंज कसते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि शायद हमारी तपस्या में कुछ कमी रह गई.
पवन खेड़ा के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए महिला कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी नगमा मोरारजी ने लिखा कि हमारी भी 18 साल की तपस्या कम पड़ गई इमरान भाई के आगे.
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