कांग्रेस पार्टी INX मीडिया मामले में पूरी तरह पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ खड़ी नजर आ रही है. पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेताओं ने सीबीआई और ईडी के एक्शन को बदले की कार्रवाई बताया है. चिंदबरम की अग्रिम जमानत याचिका हाई कोर्ट से खारिज हो चुकी है जबकि सुप्रीम कोर्ट में इस पर फैसला होना अभी बाकी है.
राहुल का आरोप
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि ‘मोदी सरकार चिदंबरम का चरित्र हनन करने के लिए ईडी, सीबीआई और कमजोर मीडिया का इस्तेमाल कर रही है.’
‘शर्मनाक कार्रवाई’: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार 'शर्मनाक तरीके से' चिदंबरम के पीछे पड़ी है, क्योंकि वो बेहिचक सच बोलते हैं और सरकार की नाकामियों को सामने लाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी चिदंबरम के साथ खड़ी हैं और सच के लिए लड़ाई जारी रखी जाएगी.
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, 'बहुत ही योग्य और सम्मानित राज्यसभा सदस्य पी चिदंबरम जी ने दशकों तक बतौर वित्त मंत्री, गृह मंत्री और दूसरे पदों पर रहते हुए पूरी वफादारी से देश की सेवा की है. वह बेहिचक सच बोलते हैं और इस सरकार की नाकामियों का खुलासा करते हैं. लेकिन सच कायरों के लिए सुविधाजनक नहीं होता इसलिए शर्मनाक तरीके से उनका पीछा किया जा रहा है.’
‘बदले की कार्रवाई’: सुरजेवाला
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'भारत मोदी सरकार के द्वेषपूर्ण बदले को देख रहा है, बीजेपी एक पुलिस स्टेट चला रही है. जज ने 7 महीने के लिए फैसला सुरक्षित रखा और रिटायरमेंट से 72 घंटे पहले इसे सुनाया. सीबीआई/ईडी को छापेमारी के लिए भेज दिया जाता है जैसे एक सम्मानित पूर्व वित्त मंत्री का पीछा किया जा रहा हो.'
इससे पहले कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार विरोधी नेताओं को चुनकर निशाना बना रही. है और यह उसकी कार्यशैली बन चुका है. शर्मा ने कहा:
यह चुन-चुनकर निशाना साधने की इस सरकार की नीयत को दर्शाता है. हाई कोर्ट के सामने केवल अग्रिम जमानत का मामला था, केस का ट्रायल नहीं जहां कोई सुबूत की बात थी. सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गई है और बुधवार को इस पर सुनवाई होगी. जहां तक चिदंबरम का सवाल है वह वरिष्ठ नेता और सांसद हैं. वह कहीं नहीं जा रहे. इसीलिए 12 घंटे में कोई आसमान नहीं टूट रहा.
INX मीडिया मामले में पहली एफआईआर 15 मई 2017 को दर्ज हुई. इसके बाद सीबीआई इस मामले की जांच में जुट गई. वहीं ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी. जांच शुरू होने के बाद से ही कार्ति चिदंबरम और पी चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ने लगीं. इस केस में सीबीआई पहले भी कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार कर चुकी है. इसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें 10 लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी थी.
अग्रिम जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में
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