बीजेपी के खिलाफ मजबूत विपक्ष तैयार करने की कवायद जोर पकड़ रही है. इसी सिलसिले में वरिष्ठ कांग्रेस (Congress) नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) के घर 9 अगस्त की शाम डिनर पार्टी का आयोजन हुआ. मेहमान थे बड़े विपक्षी नेता. एनसीपी के शरद पवार से लेकर समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने इसमें हिस्सा लिया.
हालांकि, मौका सिब्बल की जन्मदिन पार्टी का था लेकिन इसे सरकार के खिलाफ विपक्षी नेताओं की लामबंदी के रूप में देखा जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति और विपक्ष को मजबूत करने पर चर्चा हुई.
कपिल सिब्बल की पार्टी में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा, RJD से लालू प्रसाद यादव, TMC से डेरेक ओ ब्रयान, नेशनल कॉन्फ्रेंस से उमर अब्दुल्ला समेत कई नेताओं ने शिरकत की.
कांग्रेस नेतृत्व पर उठे सवाल
सिब्बल की पार्टी विपक्षी नेताओं के साथ आने के साथ-साथ कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाने का भी मौका लेकर आई थी. NDTV की रिपोर्ट कहती है कि पार्टी में मौजूद कई नेताओं ने कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव पर सवाल उठाए.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि कुछ नेताओं ने कहा 'कांग्रेस का उदय तभी संभव है जब वो गांधी नेतृत्व के चंगुल से मुक्त होगी.' सिब्बल की पार्टी में गांधी परिवार से कोई शामिल नहीं हुआ था.
दिलचस्प बात ये है कि कपिल सिब्बल उन नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने पिछले साल सोनिया गांधी को खत लिखकर पार्टी और नेतृत्व में बदलाव की बात कही थी. पार्टी में मौजूद पी चिदंबरम, शशि थरूर और आनंद शर्मा भी नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले नेताओं में शामिल हैं.
अकाली दल भी शामिल हुआ
बीजेपी का पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल भी कपिल सिब्बल की पार्टी में शामिल हुआ था. अकाली दल नेता नरेश गुजराल ने पार्टी में शिरकत की थी. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजराल ने गांधी परिवार पर सीधा हमला भी बोला.
नवीन पटनायक के बीजू जनता दल (BJD) से पिनाकी मिश्रा भी पार्टी में गए थे. ये दिलचस्प है क्योंकि पटनायक की पार्टी केंद्र की बीजेपी सरकार को अधिकतर मसलों पर समर्थन देती रही है.
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