लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले में आखिरकार यूपी पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने करीब 12 घंटे पूछताछ के बाद आरोपी आशीष मिश्र को गिरफ्तार किया है. कार से किसानों को कुचलने के मामले में आशीष मिश्र की गिरफ्तारी की मांग पिछले कुछ दिनों से लगातार की जा रही थी. विपक्षी नेता और किसान इस गिरफ्तारी को लेकर यूपी सरकार पर लगातार दबाव बना रहे थे.
यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि यूपी सरकार की तरफ से इस मामले में जो भी कार्रवाई हुई है, उससे हम संतुष्ट नहीं हैं.
आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी पर लखीमपुर खीरी मामले में पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष DIG उपेंद्र अग्रवाल ने मीडिया के सामने आकर बताया कि, "लंबी पूछताछ के बाद हमने पाया कि वो (आशीष मिश्र) सहयोग नहीं कर रहे, विवेचना में कई बातें बताना नहीं चाहते. इसलिए हम उन्हें गिरफ्तार कर रहे हैं, उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा."
आशीष मिश्र को लेकर जमकर किरकिरी
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे पर आरोप लगा कि उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी. जिसके बाद से ही उनके खिलाफ लगातार प्रदर्शन होना शुरू हो गया. दबाव बनते ही यूपी पुलिस ने मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. लेकिन गिरफ्तारी को लेकर कुछ नहीं कहा गया. इस बीच आशीष मिश्र लगातार मीडिया इंटरव्यू देता रहा. पुलिस ने उससे कोई संपर्क भी नहीं किया.
लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का खुद ही संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार से सीधे ये पूछ लिया कि, अब तक इस मामले में कितने लोग गिरफ्तार हुए हैं, 24 घंटे में इसकी जानकारी दीजिए... तो आनन-फानन में एक्शन शुरू हुआ. पुलिस ने पहले तो दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन जब मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी पर पूछा गया तो नोटिस भेजने की बात कही गई.
आशीष मिश्र के घर के बाहर नोटिस चिपकाया गया, लेकिन वो पूछताछ के लिए नहीं पहुंचा. जब पुलिस ने दूसरा नोटिस भेजा तो आशीष पूछताछ के लिए पुलिस के सामने हाजिर हुआ.
यूपी सरकार के इस रवैये से सुप्रीम कोर्ट भी खासा नराज नजर आया. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि क्या आप किसी अपराधी को पकड़ने के मामले में भी उसे पहले नोटिस जारी करते हैं?
सिद्धू ने तोड़ा अनशन
बता दें कि आशीष मिश्र के बेटे की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर खीरी में अनशन पर बैठे थे. उनका कहना था कि जब तक मंत्री के बेटे को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वो अपना अनशन जारी रखेंगे. लेकिन अब मिश्र की गिरफ्तारी के बाद सिद्धू ने अपना अनशन तोड़ दिया है.
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