दिल्ली की एक अदालत आईआरसीटीसी मामले में आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव को अंतरिम जमानत दे दी है. लालू को 19 जनवरी को इस मामले में बेल दी गई है. उनके खिलाफ सीबीआई और ईडी में आईआरसीटीसी से जुड़े दो मामलों में मुकदमे दर्ज कराए थे.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई सुनवाई
इस मामले में लालू रांची जेल से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये अदालत के सामने पेश हुए. उसके बाद हुई सुनवाई में स्पेशल अरुण भारद्वाज ने उन्हें आईआरसीटीसी मामले में जमानत दे दी . चारा घोटाले से जुड़े मामले में लालू महीनों से इस जेल में बंद हैं. आजकल वह बीमार चल रहे हैं. इसलिए सुनवाई वीडियो कांफ्रेंस के जरिये हुई. अदालत ने सीबीआई और ईडी से कहा कि वह लालू यादव के नियमित जमानत के आवेदन में अपना जवाब दाखिल करे.
क्या है मामला?
लालू को आईआरसीटीसी के जिन दो मामलों में जमानत दी गई है वे रेलवे को दो होटलों को कथित तौर पर एक प्राइवेट फर्म को देने से जुड़ी गड़बड़ियों से जुड़े हैं. अदालत ने सीबीआई केस में लालू की पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव को नियमित जमानत दे दी थी. ईडी की ओर दायर किए गए मामले में भी दोनों अंतरिम जमानत पर हैं. अंतरिम जमानत की अवधि 19 जनवरी तक है. इसी दिन अगली सुनवाई होगी.
लालू हैं गंभीर बीमार
लालू प्रसाद यादव आजकल रिम्स में अपना इलाज करा रहे हैं. लालू लंबे समय से बीमार हैं और अब वो अनियंत्रित डायबिटीज के चलते डायबिटिक ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी के शिकार हो गए थे. अगर समय रहते इस पर काबू नहीं पाया गया तो धीरे-धीरे रोगी की याद्दाश्त भी जा सकती है.
रिम्स के मनोरोग विभाग के एचओडी डॉ अशोक प्रसाद का कहना है कि डायबिटिक ऑटोनॉमिक न्यूरोपैथी में चक्कर आने के चलते रोगी के अचानक गिरने का खतरा रहता है. इससे गंभीर चोटें लग सकती हैं. धीरे- धीरे मरीज की मेमोरी भी कम हो जाती है.
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