भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 303 नए सांसदों में से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को मिलाकर 131 सांसद ऐसे हैं जो पहली बार लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बने हैं. इस लिस्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ-साथ फिल्म जगत से लेकर खेल जगत तक के सितारे शामिल है. इनमें सनी देओल, रवि किशन, गौतम गंभीर और हंस राज हंस शामिल हैं.
साधारण बैकग्राउंड वाले सांसद
प्रताप सिंह सारंगी (बालासोर), तेजस्वी सूर्या (दक्षिण बेंगलुरु), राजदीप रॉय, ज्योतिर्मय सिंह महतो (पुरुलिया) आदि सूची में कई ऐसे हैं जो साधारण पृष्ठभूमि से उभरे हैं और उन्होंने चुनाव में अप्रत्याशित जीत हासिल की है.
‘संत सांसद’
बालक नाथ (अलवर) और जय सिद्धेश्वर शिवाचार्य स्वामी (सोलापुर) जैसे कुछ संत भी संसद के निचले सदन में अपना स्थान बनाने में कामयाब हुए है. अपनी कट्टर हिंदुत्ववादी छवि के लिए चर्चित और 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में एक अभियुक्त विवादास्पद प्रज्ञा ठाकुर भी सांसद चुनी गईं हैं.
उत्तर प्रदेश से पहली बार सांसदों की संख्या सबसे ज्यादा (20) है. राज्य की 80 सीटों में से 62 सीटें बीजेपी ने जीती हैं. भोजपुरी फिल्म स्टार रवि किशन गोरखपुर से जीते. इससे पहले यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़ते और जीतते रहे थे.
रवि किशन ने समाजवादी पार्टी (एसपी)- बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) के गठबंधन उम्मीदवार राम भुवाल निषाद के खिलाफ तीन लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की.
योगी सरकार में मंत्री रहीं रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद से जीत हासिल की और लोकसभा में पहली बार एंट्री ली. पूर्व केंद्रीय मंत्री और देवरिया से पूर्व राज्य इकाई अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी जीते हैं. अपनी पहली लोकसभा जीत दर्ज करने वालों में उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य (बदायूं), जय प्रकाश (हरदोई), राजवीर दिलेर (हाथरस), जाने माने उद्योगपति अनुराग शर्मा (झांसी), अरुण कुमार सागर और प्रदीप कुमार शामिल हैं.
यूपी के बाद पश्चिम बंगाल से सबसे ज्यादा ऐसे सांसद
उत्तर प्रदेश के बाद पहली बार लोकसभा सदस्य बनने वालों की सबसे अधिक संख्या पश्चिम बंगाल से है, जहां बीजेपी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच जमकर टक्कर हुई. बाबुल सुप्रियो, एस.एस. अहलूवालिया और सौमित्र खान को छोड़कर बाकी 15 पहली बार सांसद बने हैं. बीजेपी ने पहली बार राज्य की कुल 42 में से 18 सीटें जीतीं.
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 29 में से 28 सीटें जीतीं. 28 विजेताओं में से के.पी. यादव सहित 12 पहली बार जीते हैं. यादव ने गुना से कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया.
एमपी से ढाल सिंह बिसेन, दुर्गा दास उइके, संध्या राय, महेंद्र सिंह सोलंकी, विवेक नारायण शेलवल्कर, हिमाद्री सिंह अन्य प्रमुख चेहरे हैं, जो अपनी सीटों पर जीत दर्ज कर पहली बार लोकसभा पहुंचे हैं.
गुजरात से दस ‘नए-नए’ लोकसभा सांसद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी प्रमुख अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में कुल 26 निर्वाचित सांसदों में से 10 पहली बार लोकसभा जाएंगे. राज्य से पहली बार लोकसभा जाने वालों में हंसमुख भाई पटेल, मितेश भाई पटेल, परबत भाई पटेल, गीता बेन राठवा, शारदा बेन पटेल, रतन सिंह राठौर, देबी भारत सिंह, रमेश भाई धाधुक और मुंजापारा महेंद्र शामिल हैं. छत्तीसगढ़, कर्नाटक और महाराष्ट्र, तीनों राज्यों में नौ सांसद पहली बार चुने गए हैं.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने अपने सभी मौजूदा सांसदों को टिकट देने से इनकार कर दिया था. 11 सीटों में से बीजेपी ने नौ पर जीत दर्ज की.
सभी नौ पहली बार लोकसभा जाएंगे, जिनमें अरुण साओ, विजय बघेल, मोहन मंडावी, चुन्नी लाल साहू, गुहाराम अजगले, सुनील कुमार सोनी, संतोष पांडे और रेणुका सिंह शामिल हैं.
पहले बार जीतने वालों में एक प्रमुख नाम सिद्धेश्वर शिवाचार्य स्वामी का है, जिन्होंने महाराष्ट्र के सोलापुर में कांग्रेस के सुशील कुमार शिंदे को हराया.
महाराष्ट्र में सुजय राधाकृष्ण, सुनील मेंढे, भारती प्रवीण पवार, अनमेश पाटिल, सुधाकर तुकाराम, रंजीत सिंह निंबालकर, मनोज कोटक और प्रताप राव चिखलिकर अन्य लोगों में शामिल हैं जिन्होंने अपनी पहली लोकसभा जीत दर्ज की.
कर्नाटक से पहली बार चुनाव जीतने वालों में तेजस्वी सूर्या, वाई. देवेन्द्रप्पा, वी. श्रीनिवास प्रसाद, बी. एन. बचे गौड़ा, अन्ना साहेब जोले, ए. नारायणस्वामी, एस. मुनीस्वामी और राजा अमरेश्वर नाइक शामिल हैं. असम ने पहली बार बीजेपी के सात और ओडिशा ने छह सांसद सदन में भेजे हैं.
(इनपुट: IANS)
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