कर्नाटक में सरकार गिरने के बाद अब मध्य प्रदेश में भी खतरे के बादल मंडराते दिख रहे हैं. एक राज्य की हलचल खत्म होते ही दूसरे राज्य में बीजेपी नेताओं ने चहलकदमी शुरू कर दी है. अब मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार गिराने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि उन्हें सिर्फ ऊपर वालों के आदेश का इंतजार है. वहीं खुद पूर्व सीएम और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी कमलनाथ सरकार गिरने के संकेत दिए हैं.
बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने विधानसभा में मध्य प्रदेश सरकार को गिराने का दावा करते हुए कहा,
‘हमारे ऊपर वाले नंबर एक या फिर नंबर दो का आदेश हुआ तो 24 घंटे भी आपकी सरकार नहीं चलेगी.’ इससे पहले कर्नाटक पर रिएक्शन देते हुए भार्गव ने कहा था कि मध्य प्रदेश में जल्द ही सरकार अपना पिंडदान करवाएगी.
कमलनाथ ने दिया जवाब
मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने बीजेपी नेता गोपाल भार्गव के इस बयान का जवाब दिया. उन्होंने विधानसभा में कहा, 'आपके ऊपर वाले नंबर एक और नंबर दो समझदार हैं. इसलिए आदेश नहीं दे रहे हैं. आप चाहें तो अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं.'
कमलनाथ सरकार पर उठाए थे सवाल
गोपाल भार्गव से जब पूछा गया कि कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिरने पर आप क्या कहते हैं. तो इस सवाल पर उन्होंने कहा, लंगड़ सरकारों का यही हाल होता है. इसके बाद भार्गव ने सीधे कर्नाटक का उदाहरण मध्य प्रदेश पर फिट कर दिया. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार की भी यही हालत है. किसानों के साथ छल करके कांग्रेस ने उनके वोट लिए.
शिवराज सिंह ने भी दिए संकेत
गोपाल भार्गव के अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी कमलनाथ सरकार गिरने के संकेत दिए थे. उन्होंने कहा था -
‘हम मध्य प्रदेश सरकार गिराने का कारण नहीं बनेंगे. कांग्रेस नेता खुद ही सरकार के पतन के लिए जिम्मेदार होंगे. कांग्रेस पार्टी के भीतर कलह है और उसे बसपा का समर्थन हासिल है, अगर कुछ होता है तो हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं.’
'ऊपर वाले' का मतलब ?
बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने नंबर एक और नंबर दो के ऊपरवालों का जिक्र किया. उनके मुताबिक नंबर एक और नंबर दो के आदेश पर सिर्फ कुछ ही घंटों में सरकारें गिराई जा सकती हैं. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब बीजेपी नेताओं ने 'ऊपर वाले' को याद किया हो. बीजेपी के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय भी 'ऊपर वाले' की जिक्र कर चुके हैं. उन्होंने कहा था- ‘ये सरकार पांच साल चलने वाली नहीं है. जिस दिन ऊपर से सिग्नल मिल गया उस दिन उल्टा लटका देंगे.’ लेकिन गोपाल भार्गव ने नंबर बताकर कुछ हद तक साफ कर दिया कि वो आखिर किसके आदेश की बात कर रहे हैं.
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