ADVERTISEMENTREMOVE AD

कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल, 6 मंत्री समेत 16 MLA बेंगलुरु पहुंचे

मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल, कमलनाथ ने बुलाई आपात बैठक

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

मध्य प्रदेश में राजनीतिक घमासान शुरू हो चुका है. यहां कमलनाथ सरकार पर एक बार फिर खतरे के बादल मंडराते दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के 16 विधायक बेंगलुरु पहुंच चुके हैं. इन विधायकों में कमलनाथ सरकार के 6 मंत्री भी शामिल हैं. वहीं अब सीएम आवास पर भी आपात बैठक बुला दी गई है. कहा जा रहा है कि ये सभी विधायक पार्टी छोड़ने पर भी विचार कर सकते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
मध्य प्रदेश कांग्रेस के जो विधायक गायब हैं उन्हें सिंधिया समर्थक बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस विधायकों के साथ कुछ बीजेपी विधायक भी बेंगलुरु पहुंचे हैं. 

कांग्रेस विधायक ने दिया था इस्तीफा

इससे पहले भी कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल गहराने की खबर सामने आई थी. जिसमें कहा गया था कि बीजेपी कमलनाथ सरकार में बड़ी सेंधमारी कर सकती है. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि उनके कुछ विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में बंद कर दिया गया है. जिसके बाद 5 मार्च को कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डंग ने इस्तीफा दे दिया था.

कांग्रेस ने बीजेपी पर कई विधायकों को बंधक बनाए जाने का आरोप लगाया था. इनमें से छह विधायक वापस लौट आए थे, लेकिन कुछ विधायक लौटे नहीं थे. इस्तीफा देने वाले डंग का आरोप था कि वे मंदसौर जिले के सुवासरा से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं, मगर उनकी बात कोई मंत्री और अधिकारी नहीं सुन रहा है. इससे परेशान होकर वह इस्तीफा दे रहे हैं.

पहले बताया गया था कि कांग्रेस के 16 विधायक दिल्ली पहुंचे हैं. जिसके बाद से ही उनमें से सभी का फोन बंद आ रहा है. इसके बाद सभी विधायक दिल्ली से बेंगलुरु रवाना हुए. इस खबर के बाद कमलनाथ सरकार हरकत में आ चुकी है. 

BJP विधायक भी कमलाथ के संपर्क में

जहां कमलनाथ के विधायकों और मंत्रियों के बीजेपी में शामिल होने की खबरें सामने आ रही हैं, वहीं दूसरी ओर बीजेपी के कुछ विधायक भी लगातार कमलनाथ के संपर्क में हैं. हाल ही में बीजेपी के तीन विधायक शरद कौल, संजय पाठक और नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की थी, जिसके बाद मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. अब कमलनाथ अपनी सरकार बचाने की कोशिश में जुटे हैं. वहीं बीजेपी पर भी आरोप लग रहे हैं कि वो एक बार फिर ऑपरेशन कमल में जुटी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×