लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के 5वें चरण में महाराष्ट्र (Maharashtra) की 13 सीटों पर वोट डाले गए. बॉलीवुड सितारों ने बढ़-चढ़कर मतदाना किया. हालांकि, मुंबई की जनता में वोटिंग को लेकर थोड़ा कम रुझान देखने को मिला. चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट एप के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक, 5वें चरण में 54.33 फीसदी (ये आंकड़े बदल सकते हैं) मतदान दर्ज किया गया है. इसके साथ ही प्रदेश में वोटिंग प्रक्रिया खत्म हो गई है.
किस सीट पर कितना मतदान?
सबसे पहले बात मुंबई की करते हैं, जहां की 6 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ.
मुंबई उत्तर- 55.21%
मुंबई उत्तर-मध्य- 51.42%
मुंबई उत्तर-पूर्व- 53.75%
मुंबई उत्तर-पश्चिम- 53.67%
मुंबई दक्षिण- 47.70%
मुंबई दक्षिण-मध्य- 51.88%
वहीं 5वें चरण में प्रदेश की 7 अन्य लोकसभा सीटों पर भी वोट डाले गए.
भिवंडी- 56.41%
धुले- 56.61%
डिंडौरी- 62.66%
कल्याण- 47.08%
नासिक- 57.10%
पालघर- 61.65%
ठाणे- 49.81%
मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज्यादा मतदान डिंडौरी में तो सबसे कम कल्याण में दर्ज किया गया है.
मुंबई में कम मतदान
गर्मी और मतदान प्रक्रिया में देरी के आरोपों के बीच मुंबई में इस बार वोटिंग का ग्राफ नीचे गिरा है. पिछली बार के मुकाबले इस बार करीब 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. 2019 में शहर के छह लोकसभा क्षेत्रों में औसत मतदान 55.38 प्रतिशत दर्ज किया गया था, जो कि इस बार 52.27 फीसदी रहा.
पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया है कि मतदान प्रक्रिया को जानबूझकर धीमा किया गया. इसके साथ ही उन्होंने मतदान में देरी को लेकर चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए हैं.
"ऐसा लगता है कि एक गंदा खेल खेला जा रहा है. क्या चुनाव आयोग बीजेपी की सेवा कर रहा है? ऐसा लगता है कि मतदान को धीमा करने का यह जानबूझकर किया गया प्रयास है."
शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी धीमी वोटिंग का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया, "2000 से अधिक पंजीकृत मतदाताओं वाले बूथ पर केवल एक EVM मशीन- वोट देने के लिए कम से कम 2 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है, भीषण गर्मी और लंबी कतार की वजह से वरिष्ठ नागरिकों को भी मुश्किल हो रही है."
वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और सीनियर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे को जवाब देते हुए कहा, "हमने ही सबसे पहले चुनाव आयोग से मतदान की धीमी गति के बारे में शिकायत की थी. अब, हमेशा की तरह, ठाकरे जी ने शिकायत करना शुरू कर दिया है. चुनाव हारने का अहसास होने पर उन्हें प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाने की आदत है."
मुंबई में शिंदे बनाम उद्धव
इस बार मुंबई की तीन लोकसभा सीट पर एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि दो सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है. वहीं एक सीट पर बीजेपी और शिवसेना (यूबीटी) के बीच टक्कर है.
शिवसेना में टूट के बाद मुंबई उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-मध्य और दक्षिण सीट पर शिंदे और उद्धव गुट ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं. इन तीनों सीट पर पिछले दो बार से शिवसेना का कब्जा रहा है. एक तरफ दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है, दूसरी तरफ ये मुंबई में विरासत की लड़ाई भी बन गई है.
इन सीटों पर भी रोचक मुकाबला
मुंबई उत्तर सीट पर इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं. बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तो कांग्रेस से भूषण पाटिल चुनाव लड़ रहे हैं.
यहां बीजेपी का दबदबा रहा है. 1989 से 1999 और फिर 2014 और 2019 में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. 2004 और 2009 में ये सीट कांग्रेस के पास चली गई थी.
वहीं मुंबई उत्तर-मध्य पर 2004 से कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही मुकाबला रहा है. दो बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है. इस बार बीजेपी के उज्जवल निकम के सामने कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ हैं.
मुंबई उत्तर-पूर्व सीट पर पारंपरिक रूप से बीजेपी और कांग्रेस में टक्कर देखने को मिली है. हालांकि, 2009 से मुकाबला बीजेपी और एनसीपी के बीच रहा है, जिसमें एक बार एनसीपी और दो बार बीजेपी को जीत मिली है. हालांकि, इस बार बीजेपी के खिलाफ शिवसेना ने अपना उम्मीदवार उतारा है.
5वें चरण में शामिल महाराष्ट्र की अन्य सीटों का हाल
5वें चरण में मुंबई की 6 सीटों के अलावा 7 अन्य सीटों पर भी वोटिंग हुई है. भिवंडी, कल्याण और ठाणे सीट पर इस बार मतदान में इजाफा हुआ है. बता दें कि इन सात सीटों पर पिछली बार का औसत मतदान 56.27% रहा था, जबकि इस बार 55.90% वोटिंग हुई है.
2019 में इन सात सीटों से 4 पर शिवसेना ने जीत दर्ज की थी, जबकि 3 पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था. इस बार नासिक, कल्याण और ठाणे सीट पर शिवसेना और शिवसेना (यूबीटी) आमने सामने है, जिसके बाद यहां भी मुकाबला रोचक हो गया है.
पिछले 4 चरण में कितनी वोटिंग हुई?
महाराष्ट्र में 5 चरण में चुनाव हुए हैं. पिछले चार चरण के मुकाबले 5वें चरण में सबसे कम वोटिंग हुई है. पहले चरण में जहां 63.71% वोटिंग हुई थी, तो वहीं दूसरे चरण में 62.71% मतदान दर्ज किया गया था. तीसरे और चौथे चरण में क्रमशः 63.55% और 62.21% वोटिंग देखने को मिली थी.
प्रदेश में इस बार अनुमानित 61.30% वोटिंग हुई है, जबिक 2019 में 61.02% मतदान दर्ज किया गया था.
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