लोकसभा चुनाव के नतीजों से हैरान-परेशान बीएसपी में अब समीक्षा और एक्शन का दौर शुरू हो चुका है. लोकसभा चुनाव के नतीजों से एसपी-बीएसपी गठबंधन निराश है. इसलिए 'जिम्मेदार' लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. सोमवार को नई दिल्ली में होने वाली पार्टी नेताओं की बैठक से पहले ही मायावती ने 6 राज्यों के लोकसभा चुनाव प्रभारियों को हटा दिया है. इसके साथ ही उन्होंने तीन राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को भी पद से बेदखल कर दिया है. इससे पहले एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पार्टी के प्रवक्ताओं की छुट्टी कर दी थी.
इन पदाधिकारियों पर हुई है कार्रवाई
मायावती ने उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, राजस्थान, गुजरात और ओडिशा के लोकसभा चुनाव प्रभारियों को हटाया है. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली और मध्य प्रदेश के बीएसपी अध्यक्षों को भी पद से बेदखल कर दिया है. बता दें कि सोमवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती उत्तर प्रदेश के जोन प्रभारियों और जिलाध्यक्षों के साथ ही लोकसभा प्रत्याशियों और सांसदों के साथ बैठक करेंगी. बैठक में शामिल होने के लिए सभी को निर्देश भेज दिया गया है.
बीएसपी ने हासिल की हैं 10 सीटें
बीएसपी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में 2014 के मुकाबले भले ही बेहतर प्रदर्शन करते हुए 10 सीटें जीती हैं, लेकिन अपेक्षा के मुताबिक गठबंधन को कम सीटें मिली हैं. माना जा रहा है कि सोमवार की बैठक में संगठन में फेरबदल को लेकर अहम फैसला हो सकता है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मायावती के रडार पर प्रदेश के 40 को-ऑर्डिनेटर और जोनल को-ऑर्डिनेटर हैं, जिनपर गाज गिर सकती है. बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में बीएसपी को अनुमान से बहुत कम सीटें मिली हैं. इसके चलते मायावती काफी नाराज हैं.
लगातार गिरा है बीएसपी का ग्राफ
2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से बीएसपी का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है. हालत यह हो गई कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी खाता भी नहीं खोल सकी थी. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी महज 19 सीटें ही जीत सकी थी. इस बार के लोकसभा चुनाव में सपा से गठबंधन के बावजूद बीएसपी सिर्फ 10 सीटें ही जीत सकी. बीएसपी अब, लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी काम करने वालों के खिलाफ एक्शन मोड में आ गई है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
(इनपुट: IANS)
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