मध्यप्रदेश का सियासी ड्रामा लगातार बढ़ता जा रहा है. अब राज्य के गवर्नर लालजी टंडन ने अब मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट में समर्थन साबित करने के लिए कहा है. उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो बहुमत नहीं अल्पमत माना जाएगा.
यह खेद की बात है कि आपने मेरे द्वारा दी गई समयावधि में अपना बहुमत सिद्ध करने की बजाय, यह पत्र लिखकर विश्वास मत प्राप्त करने एवं विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने में अपनी असमर्थतता व्यक्त की है, आना कानी की है. जिसका कोई भी औचित्य और आधार नहीं है. आपने जो फ्लोर टेस्ट नहीं कराने के कारण दिए हैं वे आधारहीन और अर्थहीन हैं. इसीलिए मेरा दोबारा अनुरोध है कि आप संवैधानिक एवं लोकतंत्रीय मान्यताओं का सम्मान करते हुए कल 17 मार्च 2020 तक मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवाएं और अपना बहुमत साबित करें. अन्यथा ये माना जाएगा कि वास्तव में आपको विधानसभा में बहुमत प्राप्त नहीं है.मध्य प्रदेश के राज्यपाल की चिट्ठी
इससे पहले बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी गई. इसके बाद बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट के लिए निर्देश दिए जाने की मांग की है. इसके अलावा बीजेपी ने राज्यपाल के सामने अपने विधायकों की परेड भी कराई है.
इस बारे में बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा, ‘’हमने आज 106 विधायकों का एक हलफनामा राज्यपाल को सौंप दिया. सभी बीजेपी विधायक उनके सामने मौजूद थे.’’
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