भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने एक टीवी डिबेट के दौरान इस्लाम धर्म के पैगम्बर हजरत मुहम्मद (Prophet Muhammad) साहब के बारे में कुछ आपत्तिजनक बातें कह डाली. सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद लोगों ने आपत्ति जताई और अरब देशों ने भी नाराजगी जताई.
नूपुर शर्मा पर FIR के बावजूद भी जब कोई एक्शन नहीं हुआ तो कई बीजेपी (BJP) नेता उनके समर्थन में खुल कर बोलने लगे, इसी कड़ी में पूर्व बीजेपी नेता नवीन कुमार जिंदल (Naveen Kumar Jindal) भी शामिल हो गए और नूपुर शर्मा की तरह ही उन्होंने भी ट्विटर पर हजरत मुहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक बातें लिखीं. इन पर भी तत्काल कोई एक्शन नहीं हुआ.
लेकिन नूपुर शर्मा की जो घटना अरब देशों (Arab World) में पहले से ही वायरल हो रही थी नवीन जिंदल के इस ट्वीट ने उसमें आग में घी डालने जैसा काम किया. अरब देशों में إلارسولاللهيامودي यह टॉप ट्रेंड करने लगा जिसका मतलब कुछ इसके नजदीक है कि 'रसूलल्लाह (पैग़म्बर) पर नहीं जाना ऐ मोदी'. अरब वर्ल्ड में यह ट्रेंड टॉप पर आते ही उसका नतीजा दिखने लगा. खबर आई की अरबी सुपरमार्केट्स से इंडियन प्रोडक्ट्स को हटाया जा रहा है और ओमान के ग्रैंड मुफ्ती शेख अल खलीली ने बायकॉट इंडिया जैसे ट्रेंड का समर्थन किया.
यह खबर भारत पहुंचते ही पहले तो BJP ने प्रेस नोट जारी कर सफाई दी कि भारत सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और यह सरकार के विचार नहीं बल्कि कुछ शरारती तत्वों के बयान हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ भारत के राजदूत को कतर सरकार (Qatar Government) ने तलब किया और बीजेपी नेताओं की ऐसी बयानबाजी पर कड़ी आपत्ति जताई और माफी की मांग की.
इसी बीच भारत सरकार ने कतर सरकार को सूचित किया कि उन्होंने दोनों नेताओं पर एक्शन लिया है.
नूपुर शर्मा को जांच पूरी होने तक सस्पेंड तो वहीं नवीन जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. कौन हैं नवीन जिंदल ? आइए आपको बताते हैं.
कौन हैं नवीन जिंदल, जिन्हें 'फ्रिंज एलिमेंट' बता रही BJP?
भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित होने से पहले तक नवीन जिंदल बीजेपी दिल्ली के मीडिया हेड थे. इनका विवादों से पुराना नाता रहा है. नवीन जिंदल दो दशकों से ज्यादा वक्त तक पत्रकार रहे हैं, उन्होंने जी न्यूज, सहारा और पंजाब केसरी में काम किया था.
नवीन जिंदल ने पत्रकारिता से धीरे-धीरे राजनीति और बीजेपी की ओर रुख किया. 2003 में, उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए.
इस साल अप्रैल में पंजाब पुलिस ने उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के एक "छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो क्लिप" को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करने के लिए एफआईआर दर्ज की थी.
जिंदल ने 2008 में इस्लामिक मदरसे बेनकाब नामक एक किताब भी लिखी थी, जिंदल की किताब का उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख केएस सुदर्शन ने किया था.
दक्षिणपंथी नेता को ट्विटर पर बीजेपी के कई बड़े नेता फॉलो करते हैं, जिनमें दिल्ली बीजेपी प्रमुख आदेश गुप्ता, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, हंस राज हंस, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कार्यालय, राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह और पूर्व महापौर जय प्रकाश शामिल हैं.
पूरे घटनाक्रम के बाद क्या बोले नवीन कुमार जिंदल?
पार्टी से बाहर होने से ठीक पहले नवीन जिंदल ने ट्विटर पर लिखा कि, "हम सभी धर्मों की आस्था का सम्मान करते हैं लेकिन सवाल सिर्फ़ उन मानसिकता वालों से था जो कि हमारे देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणियों का प्रयोग करके नफ़रत फैलाते हैं. मैंने सिर्फ़ उन्हीं से एक सवाल पूछ था. इसका अर्थ ये नहीं कि हम किसी भी धर्म के खिलाफ हैं."
पार्टी से बाहर होने के बाद नवीन जिंदल ने ट्विटर पर लिखा कि, "मेरा सभी से विशेष आग्रह है कृपया मेरा पता सार्वजनिक न करें. मुझे और मेरे परिवार को लगातार जान से मारने की धमकियां सोशल मीडिया पर भी दी जा रही हैं."
ऐसा ही कुछ स्टेटमेंट नूपुर शर्मा ने भी दिया था. दोनों ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से बीजेपी हटा दिया है.
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