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शिवसेना को समर्थन के लिए NCP की 3 शर्तें, पहली- NDA से नाता तोड़ो

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि 12 नवंबर को पार्टी ने विधायकों की बैठक बुलाई है

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महाराष्ट्र की सियासत में सरकार गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है. बीजेपी के इनकार के बाद अब राज्यपाल ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है. शिवसेना को सोमवार (11 नवंबर) शाम साढ़े सात बजे तक सरकार बनाने पर अपने रुख की जानकारी देनी होगी.

सीएम पद की मांग को लेकर बीजेपी से मुंह मोड़ चुकी शिवसेना अभी कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन मिलने की उम्मीद लगा ही रही थी कि इस बीच एनसीपी ने समर्थन देने के बदले शिवसेना के सामने तीन शर्तें रख दी हैं.

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समर्थन के बदले NCP ने शिवसेना के सामने रखी तीन शर्तें

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने कहा है-

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने में अपनी असमर्थता जारी कर दी है. हम राज्यपाल महोदय की तरफ नजर बनाए हुए हैं. अगर वे शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं तो निश्चित रूप से शिवसेना को ये तय करना पड़ेगा और ऐलान करना पड़ेगा कि वो भारतीय जनता पार्टी से सभी रिश्ते तोड़ रहे हैं. उन्हें एनडीए से बाहर निकलना पड़ेगा. केंद्र में अपने मंत्रियों से इस्तीफा दिलाना पड़ेगा.

मलिक ने कहा है कि, ‘इसके बाद अगर वे (शिवसेना) एनसीपी के पास कोई प्रस्ताव भेजेंगे तो निश्चित रूप से प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है.’

सरकार में शामिल होने से पहले या शिवसेना को समर्थन देने से पहले सरकार के क्या कार्यक्रम होंगे? किस तरह से सरकार बनेगी? किन बिंदुओं पर सरकार चलाई जाएगी? ये तय किए बिना कोई निर्णय नहीं हो सकता. 
नवाब मलिक, एनसीपी नेता

‘विधायकों की बैठक के बाद ही लेंगे फैसला’

एनसीपी नेता ने कहा है कि मंगलवार को पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में ही शिवसेना को समर्थन देने पर चर्चा होगी और उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.

निर्णय लेते समय हम कांग्रेस को भी साथ में रखेंगे. 12 तारीख को हमारे विधायकों की बैठक है. उसमें स्पष्ट रूप से चर्चा होगी. इसके बाद हमारा अंतिम निर्णय होगा.
नवाब मलिक, एनसीपी नेता

नवाब मलिक ने कहा कि अभी तक शिवसेना की तरफ से कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं आया है. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सरकार बनाने के लिए जनादेश नहीं है. इसलिए सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने का हमारा कोई इरादा नहीं है. हम विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हैं. अगर शिवसेना-बीजेपी सरकार बनाने के लिए कोई फॉर्मूला निकाल लेती है तो निश्चित रूप से हम विपक्ष में बैठेंगे.’

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