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'NDA के N का मतलब न्यू इंडिया': PM मोदी ने विपक्षी मोर्चे 'INDIA' पर निशाना साधा

NDA Meeting को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा, 'NDA ने कभी जनादेश का अपमान नहीं किया'

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को NDA की बैठक को संबोधित किया. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह गुट राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाना और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है. इसी के साथ उन्होंने विपक्षी मोर्चे के गठबंधन INDIA पर हमला करते हुए कहा कि नकारात्मकता पर आधारित गठबंधन कभी नहीं जीते हैं.

"जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी से होता है, जब गठबंधन भ्रष्टाचार के इरादे से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया जाता है तो वह गठबंधन देश को बहुत नुकसान पहुंचाता है.
पीएम मोदी
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'NDA ने कभी जनादेश का अपमान नहीं किया'

पीएम मोदी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा, हम जब विपक्ष में थे तब भी हमने सकारात्मक राजनीति की, हमने कभी नकारात्मक राजनीति नहीं की. हमने विपक्ष में रहकर सरकारों का विरोध किया, उनके घोटालों को सामने लाए लेकिन जनादेश का अपमान नहीं किया और न ही विदेशी ताकतों की मदद मांगी.'

"एक तरह से NDA अटल जी की एक ओर विरासत है जो हमें जोड़े हुए है. NDA के निर्माण में आडवाणी जी ने भी बहुत अहम भूमिका निभाई थी और वो आज भी हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं...हाल ही में NDA के गठन के 25 साल पूरे हुए हैं, ये 25 वर्ष देश की प्रगति को गति देने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के रहे हैं"
पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, 1998 में NDA का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना NDA का लक्ष्य नहीं था. NDA किसी के विरोध में नहीं बना था, NDA किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था. NDA का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था.

पीएम मोदी ने बताया NDA का नया मतलब 

पीएम मोदी ने एनडीए की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि NDA का मतलब है N-न्यू इंडिया, D- विकसित राष्ट्र, A- लोगों की आकांक्षा.

"आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को NDA पर भरोसा है"
पीएम मोदी

'विपक्ष ने अपनी एक ही पहचान बना ली है, हमें गाली देना'- PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि "राजनीति में प्रतिस्पर्धा हो सकती है लेकिन शत्रुता नहीं होती लेकिन आज विपक्ष ने अपनी एक ही पहचान बना ली है, हमें गाली देना, हमें नीचा दिखाना. बावजूद इसके हमने देश को दलों के हित से उपर रखा है. यह NDA सरकार ही है जिसने प्रनब मुखर्जी को भारत रत्न दिया, हमने मुलायम सिंह यादव, शरद पवार, गुलाम नबी आजाद जैसे अनेक नेताओं को पद्म सम्मान दिया.

"छोटे-छोटे स्वार्थ के लिए मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा"

पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, 'जनता देख रही है कि ये पार्टियां क्यों इकट्ठा हो रही हैं? जनता ये भी जान रही है कि ऐसा कौन सा गोंद है जो इन पार्टियों को जोड़ रहा है. किस तरह छोटे-छोटे स्वार्थ के लिए मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है.'

'अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ये लोग पास-पास तो आ सकते हैं लेकिन साथ नहीं आ सकते...जो लोग आज मोदी को कोसने के लिए इतना समय लगा रहे हैं, अच्छा होता वो देश के लिए, गरीब के लिए सोचने में समय लगाते..2024 का चुनाव दूर नहीं है और देश के लोग मन बना चुके हैं कि तीसरी बार फिर NDA को ही अवसर देना है'
पीएम मोदी

बता दें कि NDA की बैठक में शामिल होने के लिए एकांत शिंदे, के पलानीस्वामी, रामदास अठावले और चिराग पासवान समेत 38 पार्टियों के नेता दिल्ली पहुंचे हैं.

NDA की यह बैठक उसी दिन हो रही है जब बेंगलुरु में 26 दलों की विपक्ष की बैठक हुई. बेंगलुरु में आयोजित बैठक में राहुल और सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल और कई अन्य जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हुए थे. इसी बैठक में विपक्षी मोर्चे के गठबंधन का नाम INDIA  (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) फाइनल किया गया.

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