निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश किया, जिस पर खूब चर्चा हुई, लेकिन एक बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया. बजट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला सीतारमण ने कहा था, टिपिकल यूपी टाइप जवाब दिया है. मुझे लगता है कि यूपी से भागने वाले सांसद (राहुल गांधी) के लिए के इतना काफी है. बयान पर प्रियंका गांधी ने कहा कि ये यूपी के लोगों का अपमान है.
'यूपी टाइप' से चुनाव बीच उठा अपमान का मुद्दा
यूपी में चुनाव के बीच निर्मला सीतारमण ने विपक्ष को एक मुद्दा दे दिया है. यूपी के लोगों के अपमान का. सबसे पहले कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया दी. प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया-
निर्मला सीतारमण जी, आपने यूपी के लिए बजट के झोले में कुछ डाला नहीं, ठीक है. लेकिन यूपी के लोगों का इस तरह अपमान करने की क्या जरूरत थी? समझ लीजिए, यूपी के लोगों को "यूपी टाइप" होने पर गर्व है। हमको यूपी की भाषा, बोली, संस्कृति व इतिहास पर गर्व है.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, बीजेपी सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूपी टाइप बोलकर यूपी की 22 करोड़ जनता को नीचा दिखाने की कोशिश की है. यहां की मेधा, संस्कृति और गौरवशाली इतिहास का अपमान किया है. पीएम वित्त मंत्री को करें बर्खास्त और उप्र की जनता मांगें माफी. हम यूपी टाइप होने पर गर्व करते हैं.
कांग्रेस ने ट्वीट किया, कभी किसानों को अपमानित करते हुए परजीवी कहा जाता है, कभी उत्तर प्रदेश की जनता का अपमान करते हुए टिपिकल यूपी टाइप कहा जाता है. इस तरह का अपमान करके आखिर क्या हासिल करना चाहती है बीजेपी?
यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी भले ही यूपी की जनता को अपमानित करने के लिए 'यूपी टाइप' बोल रही हैं, लेकिन उन्हें यह बात मालूम होनी चाहिए कि यूपी की जनता को यूपी टाइप होने पर गर्व है. #यूपी_मेरा_अभिमान
जन अधिकार पार्टी के चीफ पप्पू यादव ने कहा,
लेकर यूपी बिहार से वोट. बीजेपी करती है हम पर चोट. इस चुनाव में दें ऐसा चोट. भूल जाएं यह हमारा खोट. यूपी टाइप दें इन्हें सोंट.
ट्विटर यूजर्स ने कहा, चुनाव के बाद पता चल जाएगा
रिटायर आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने निर्मला सीतारमण का वीडियो शेयर कर कहा, 'टिपिकल यूपी टाइप ऑफ एन आंसर' कहने का क्या मतलब है, वित्तमंत्री जी? यही कि बीजेपी वाले यूपी वालों को मूर्ख समझते हैं या आसानी से मूर्ख बनाते रहे हैं. चुनाव के बाद पता चल जाएगा कि कौन क्या है?
तनवीर सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, यूपी की 24 करोड़ जनता से निर्मला सीतारमण जी को माफी मांगनी चाहिए. यह यूपी टाइप क्या होता है?
विवेकानंद नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, हमें गर्व है हम यूपी के हैं. हमें गर्व है हम यूपी टाइप के हैं. यह धरती वीरों की धरती है. यह धरती क्रांतिकारियों की धरती है. यह धरती भगवान बुद्ध, राम और कृष्ण की धरती है. यह धरती कबीर, सूरदास और तुलसीदास की धरती है. यहां वही आनंद भवन है जहां आजादी की लड़ाई लड़ी गई.
निर्मला सीतारमण ने किस बात पर कहा, 'यूपी टाइप'?
निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश किया, जिसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर निशाना साधा, कहा, मोदी सरकार का बजट शून्य जैसा है. सैलरी क्लास, मीडिल क्लास, गरीब वंचित, युवा, किसान और MSME सेक्टर को कुछ नहीं मिला. इसी को लेकर निर्मला सीतारमण से प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पूछा गया. तब उन्होंने वहां मौजूद यूपी से बीजेपी सांसद और वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी से जवाब देने के लिए कहा. पंकज चौधरी ने कहा-
राहुल गांधी को बजट समझ में नहीं आया. बजट में सभी सेक्टर्स के लिए व्यवस्था की गई है. मैडम सभी चीजों का जवाब भी दे रही हैं. ये दूरगामी बजट है. निश्चित तौर पर इससे भविष्य में देश को फायदा होगा. फिर निर्मला सीतारमण ने पंकज चौधरी की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा,
पंकज चौधरी ने टिपिकल यूपी टाइप जवाब दिया है. मुझे लगता है यूपी से भागने वाले सांसद (राहुल गांधी) के लिए इतना काफी है.
चुनाव प्रचार के दौरान शब्दों की बड़ी भूमिका होती है. गुजरात चुनाव से ठीक पहले मणिशंकर अय्यर ने नीच शब्द का इस्तेमाल कर दिया था. बीजेपी ने इसे खूब भुनाया. कांग्रेस इतने दबाव में आ गई कि उसने अय्यर जैसे वरिष्ठ नेता को पार्टी से सस्पेंड कर दिया. अब बीजेपी ऐसा करेगी या नहीं, पता नहीं लेकिन वित्त मंत्री के बयान से यूपी वालों की नाराजगी साफ नजर आ रही है.
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