महाराष्ट्र बीजेपी की नेता और पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे ने पार्टी छोड़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया है. पंकजा मुंडे ने कहा है कि अब वह पार्टी की राज्य कोर टीम की सदस्य नहीं रहेंगी, हालांकि उन्होंने ये भी साफ किया कि वह बीजेपी नहीं छोड़ेंगी.
अपने दिवंगत पिता गोपीनाथ मुंडे की जयंती के मौके पर बीड जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए पंकजा ने कहा कि बीजेपी पार्टी में उनके रहने पर फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है.
बीड रैली में झलकी पंकजा की नाराजगी
अपने पिता गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर बीड में रैली को संबोधित करते हुए पंकजा मुंडे की पार्टी के प्रति नाराजगी साफ तौर पर झलकी. उन्होंने कहा, 'मेरे पिता के जाने के बाद आज भी उनकी यादें आम लोगों के दिलों में हैं. मेरे अंदर भी उनका ही खून है इसलिए मैं कभी पार्टी से बगावत नहीं कर सकती. मेरी किसी से कोई अपेक्षा न थी और न रहेगी. इसलिए मेरी नाराजगी का कोई सवाल ही नहीं है.'
‘यह पार्टी किसी एक की नहीं है. हमारे खून में गद्दारी नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी कहा है कि मैं पार्टी की एक समर्पित कार्यकर्ता हूं. मैं पार्टी नहीं छोड़ रही, अगर पार्टी चाहे तो कोई भी निर्णय ले सकती है, मुझे उनके निर्णय पर खुशी होगी. चुनावों से पहले मैंने पूरे प्रदेश की यात्रा की थी. मैंने हमेशा पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया है.’बीड रैली में पंकजा मुंडे
फेसबुक पोस्ट ने बढ़ा दी थी राजनीतिक हलचल
पंकजा पिछले पांच साल से इस सालाना कार्यक्रम का आयोजन कर रही हैं, लेकिन इस साल की रैली ने राजनीतिक हलकों में काफी हलचल पैदा कर दी थी. दरअसल, 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बाद से अटकलें लगाई जा रही थीं, कि पंकजा बीजेपी छोड़ रही हैं.
इन अटकलों को उस वक्त हवा मिली थी जब विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद पंकजा ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी. पंकजा ने मराठी में लिखी फेसबुक पोस्ट में कहा-
‘‘राज्य में बदले राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह सोचने और निर्णय लेने की आवश्यकता है कि आगे क्या किया जाए? मुझे स्वयं से बात करने के लिए आठ से 10 दिन की आवश्यकता है. मौजूदा राजनीतिक बदलावों की पृष्ठभूमि में भावी यात्रा पर फैसला किए जाने की आवश्यकता है. अब क्या करना है? कौन सा मार्ग चुनना है? हम लोगों को क्या दे सकते हैं? हमारी ताकत क्या है? लोगों की अपेक्षाएं क्या हैं? मैं इन सभी पहलुओं पर विचार करूंगी और आपके सामने 12 दिसंबर को आऊंगी.’’
‘पार्टी में हूं, लेकिन कोर कमेटी की सदस्य नहीं’
मंगलवार को पंकजा मुंडे ने मुंबई में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में भाग लिया. इसके बाद गुरुवार को, उन्होंने घोषणा की कि वह अब कोर टीम की सदस्य नहीं हैं.
अपने भाषण में, पंकजा ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने अपने चचेरे भाई और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे के लिए परली सीट गंवा दी थी, क्योंकि बीजेपी के कुछ नेता (देवेंद्र फडणवीस) नहीं चाहते थे कि वह सीट जीतें.
औरंगाबाद में करेंगी अनशन
पंकजा ने कहा कि वह जनवरी से महाराष्ट्र भर में राज्यव्यापी 'मशाल रैली' आयोजित करेंगी. रैली में बोलते हुए उन्होंने कहा- "मैं अगले साल जनवरी में महाराष्ट्र में एक राज्यव्यापी मशाल रैली शुरू करने जा रही हूं. मैं 26 जनवरी को मुंबई कार्यालय से गोपीनाथ मुंडे प्रतिष्ठान के माध्यम से अपना काम शुरू करूंगी."
"मैं मराठवाड़ा क्षेत्र के मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए औरंगाबाद में 27 जनवरी को एक उपवास भी रखूंगी."
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