महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) पर जोरदार हमला बोला. मोदी ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों ने दस सालों तक देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया, वो आज तिहाड़ जेल में हैं.
इसके अलावा पीएम मोदी ने ड्रग तस्कर इकबाल मिर्ची के साथ व्यावसायिक संबंधों को लेकर विवादों में घिरे एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को भी निशाने पर लिया.
‘चिदंबरम के जरिए कांग्रेस को घेरा’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बगैर नाम लिए पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के जरिए कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-
10 साल तक जिन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था, बैंकिंग व्यवस्था को बर्बाद किया है. उनमें से आज कोई तिहाड़ में है, तो कोई मुंबई की जेल में. अभी तो ये सफाई अभियान की शुरुआत है, आगे और तेज काम होने वाला है.
‘प्रफुल्ल पटेल के जरिए NCP को घेरा’
अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के राइड हैंड और ड्रग तस्कर इकबाल मिर्ची के साथ व्यावसायिक रिश्तों को लेकर विवादों में घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने एनसीपी को घेरा. प्रधानमंत्री ने कहा-
जिन लोगों ने हमारे अपने लोगों को मारा वो भाग निकले और उसकी वजह अब सामने आ रही है. ये लोग दोषियों को पकड़ने के बजाय मिर्ची का व्यवसाय कर रहे हैं. कभी मिर्ची का व्यवसाय, कभी मिर्ची से व्यवसाय.
बता दें, इससे पहले देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी बिना नाम लिए एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को घेरा था. शाह ने महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा-
एनसीपी के एक बड़े नेता का हाजरा बीबी के साथ कॉमर्शियल एग्रीमेंट सामने आया है. मुंबई बम धमाकों के लिए जो इकबाल मिर्ची जिम्मेदार है, उसके परिवार के साथ ये कॉमर्शियल एग्रीमेंट करते हैं. शरद पवार स्पष्ट करें कि हाजरा बीबी के साथ उनके नेताओं का ये एग्रीमेंट क्यों हुआ?
‘आतंकियों का प्रवेश द्वार बन गए थे मुंबई के समुद्री तट’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘एक समय था जब मुंबई में बम धमाके और आतंकी हमले कभी भी हो जाया करते थे. मुंबई के समुद्र तट जो बिजनेस के आउटलेट थे, वो आतंकियों का प्रवेश द्वार बन गए थे. लेकिन अब आतंक को पालने वाले जानते हैं कि अगर कोई गलती की, तो उसकी पूरी सजा मिलेगी.’
मुंबई में आतंकी हमले होते थे, तो उस समय कांग्रेस और उसके साथियों की सरकार ने क्या किया था? बम धमाकों की हर जांच इशारा करती थी कि आतंकी हमला सीमा पार बैठे मास्टरमाइंड और आतंक के आकाओं ने करवाया. आतंकी संगठन खुद आगे आकर हमलों की जिम्मेदारी लेते थे. लेकिन तब कांग्रेस के नेता कहते थे, नहीं जी, आपने थोड़ी किया है, ये तो हमारे अपने लोगों ने किया है.नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये वही लोग हैं जो दशकों तक आर्टिकल 370 और 35A को पाले हुए थे. इसकी वजह से घाटी में आतंकवाद बढ़ता गया, भ्रष्टाचार बढ़ता गया. अनेक लोगों को उनके अधिकारों से वंचित रखा गया लेकिन कांग्रेस और उसके जैसे अपनी स्वार्थ भरी राजनीति करते रहे.’
पीएम मोदी की मुंबई रैली की बड़ी बातेंः
- मुंबई को अवसरों की भूमि के रूप में देखा जाता है. जो भी यहां आया है, यहां से बहुत कुछ पाया है. ये इस धरती की महानता है. मुंबई में बेहतरीन ह्यूमन कैपिटल है, इनोवेटिव वेंचर कैपिटल है और मुंबई भारत की मजबूत फाइनेंशियल कैपिटल भी है
- कांग्रेस और NCP के शासन में मुंबई के विकास से ज्यादा, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा मंत्रालय के स्ट्रक्चर पर फोकस होता था
- कौन सा सीएम, कौन सा मिनिस्टर कब बदल जाए और किसकी लॉटरी लग जाए, इसी कयास और प्रयास में इनके 5 साल बीत जाते थे
- महायुति ने 5 साल का कार्यकाल यशस्वी रूप से पूरा करने वाला मुख्यमंत्री दिया है, और ये भी करीब-करीब 50 साल बाद हुआ है. इसके पहले 50 साल तक किसी को भी 5 साल महाराष्ट्र की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ
- आपने महाराष्ट्र में कई भ्रष्ट सरकारों को भी देखा है और अब भरोसेमंद सरकार का भी दौर देख रहे हो
- इन भ्रष्ट सरकार के तरीके भी भ्रष्टतम रहे. परियोजनाओं को लटकाकर उनसे पैसा निचोड़ा, मुद्दा बनाकर लोगों को भरमाया
- पहले की भ्रष्ट सरकार, भ्रष्टाचारियों के सपनों को पूरा करने के लिए काम करती थी. नई योजनाओं के नाम पर, किसानों को सिंचाई के नाम पर इन लोगों ने महाराष्ट्र को घोटालों से सींच दिया था
- पिछले पांच वर्षों में हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं लगा है. शेतकरी से लेकर स्टार्टअप्स तक के हर सपने को पूरा किया जा रहा है. अधिकतर सेवाएं ऑनलाइन हो गई हैं और भ्रष्टाचार कम हो रहा है
- कांग्रेस ने जो सरकारें इस देश में चलाईं, उनकी सोच जनता को कंट्रोल करने की रही, जनता को सरकारों पर आश्रित करने की रही. जबकि बीजेपी-महायुति की राजनीति के मूल में जन भागीदारी है, जन सशक्तिकरण है
- हमी हैं जिन्होंने एंजल टैक्स खत्म किया है. एक वो भी थे, जिन्होंने एंजल टैक्स लगाया था. एक हम हैं जो, भारत में कॉरर्पोरेट टैक्स को दुनिया के अनुकूल बना रहे हैं. एक वो भी थे, जिन्होंने दुनिया की सबसे महंगी कॉरर्पोरेट टैक्स रिजीम भारत में बनाई
- मुंबई में मेट्रो बनाने का प्रस्ताव 1997 में रखा गया था, लेकिन मुंबई मेट्रो की नींव 2006 में रखी गई. और वर्ष 2013-14 तक केवल एक सिंगल लाइन खोली गई, 16 साल में सिर्फ 11 किलोमीटर. अरे ऐसी चाल से वाकई कछुआ भी शरमा जाए.
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