एक तरफ यूपी का पूरा अमला और दूसरी तरफ प्रियंका गांधी. प्रशासन चाहता था कि प्रियंका सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से न मिल पाएं, लेकिन वो अड़ी रहीं. हिरासत में ली गईं, चुनार के गेस्ट हाउस में रोकी गईं. रात भर बिन बिजली धरने पर रहीं लेकिन आखिर वो अपने मकसद में कामयाब हुईं. सोनभद्र नरसंहार की कुछ पीड़ित महिलाएं उनसे गेस्ट हाउस में आकर मिलीं और फिर प्रियंका ने अपना धरना खत्म किया.
प्रियंका ने खाना पीना छोड़ने की धमकी दी
गेस्ट हाउस में 26 घंटे से धरने पर बैठीं प्रियंका से मिलने जब सोनभद्र के कुछ पीड़ित आए तो उन्हें गेस्ट हाउस से 800 मीटर दूर रोक लिया गया. इस पर प्रियंका ने खाना-पीना छोड़ने की धमकी. इसे बाद कुछ महिलाओं को उनसे मिलने दिया गया. बताया जा रहा है कि सोनभद्र पीड़ित करीब 70 किलोमीटर चुनार तक छिपते-छिपाते हुए प्रियंका से मिलने आए थे. पीड़ित परिवारों के करीब 15 सदस्यों को रोक लिया गया. जो महिलाएं प्रियंका से मिलीं वो उनके गले लगकर रोने लगीं. प्रियंका भी भावुक हो गईं.
जा रही हूं लेकिन फिर आउंगी-प्रियंका
प्रियंका गांधी ने पीड़ितों से मिलने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि वो अपने मकसद में कामयाब रहीं. वो चाहती थीं कि सोनभद्र पीड़ितों से मिले, मुलाकात हो गई. कहा था जमान नहीं लूंगी- नहीं लिया. मिर्जापुर के डीएम ने कहा - प्रियंका सोनभद्र छोड़कर कहीं भी जाने को आजाद हैं उन्हें मुचलका भरने की भी जरूरत नहीं है.
कांग्रेस के 6 और नेता भी रोके गए
कांग्रेस के 6 और नेताओं को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया. ये नेता हैं दीपेंद्र हूडा, मुकुल वासनिक, राज बब्बर, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और राजीव शुक्ला. ये नेता प्रियंका गांधी से मिलने जा रहे थे. इन्हें वाराणसी एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया.
वाराणसी एयरपोर्ट: TMC के 3 नेता धरने पर
सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने जा रहे तृणमूल कांग्रेस के नेता वाराणसी एयरपोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. एयरपोर्ट पर पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया था. इन नेताओं में डेरेक ओब्रायन भी हैं.
यूपी से दिल्ली तक बवाल
प्रियंका की गिरफ्तारी और उन्हें गेस्ट हाउस में रोके रखने को लेकर यूपी से दिल्ली तक सियासत गरमा गई है. इस बीच कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल यूपी के राज्यपाल राम नाइक से मिला. उधर भोपाल और अहमदाबाद में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रियंका को गेस्ट हाउस में रोककर रखे जाने के विरोध में प्रदर्शन किया.
यूपी में अघोषित इमरजेंसी लगा दी गई है. सरकार ये भी नहीं चाहती कि कोई पीड़ित परिवारों के आंसू पोंछे. जो भी हो रहा है वो असंवैधानिक और गैर लोकतांत्रिक है.यूपी राज्यपाल से मिलने के बाद कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी
दिल्ली में कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी में कानून व्यवस्था की बिगड़ती हालत पर चिंता जताई.
यूपी अब अंधेर नगरी चौपट राजा बन गई है. प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर सरकार प्रजातंत्र का गला घोंटने में लगी है, दूसरी ओर अपराधियों को सरंक्षण दे रही है. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश को अपराध प्रदेश बना दिया है.रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस नेता
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को सोनभद्र में 10 आदिवासियों की हत्या कर दी गई. एक जमीन पर कब्जे के लिए बाहर से 32 ट्रैक्टरों में 300 लोगों ने करीब एक घंटे तक आदिवासियों पर गोलियां बरसाईं. इसमें तीन महिलाओं समेत 10 लोग मारे गए और 21 लोग घायल हो गए.
इन्हीं पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी सोनभद्र जा रही थीं. शुक्रवार को उन्हें सोनभद्र की सीमा पर पहले हिरासत में लिया गया और फिर चुनार के गेस्टहाउस में रख दिया गया. प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्हें गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया और वो तब तक धरने पर रहेंगी जबतक उन्हें सोनभद्र के पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जाता.
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