लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का विवाद खुलकर सामने आ गया है. इस बीच अमरिंदर सिंह ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल से मुलाकात की है. पार्टी सूत्रों ने ये जानकारी दी. पटेल को अमरिंदर और सिद्धू के बीच मतभेद दूर कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सिद्धू इस महीने की शुरुआत में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी और अहमद पटेल से मिले थे.
अमरिंदर ने बदला सिद्धू का मंत्रालय
इससे पहले 6 जून को नवजोत सिंह सिद्धू ने कैबिनेट की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था. लोकसभा चुनावों के बाद कैबिनेट की ये पहली बैठक थी. नवजोत सिंह का कहना था कि लोकसभा चुनाव के नतीजों की जिम्मेदारी सबकी है, लेकिन सिर्फ उनके विभाग को जिम्मेदार ठहराया गया. इसके ठीक बाद कैबिनेट में फेरबदल किया गया और सिद्धू से शहरी विकास मंत्रालय छीनकर उर्जा मंत्रालय थमा दिया गया.
सिद्धू किसी भी सलाहकार समूह में शामिल नहीं
इसके ठीक दो दिन बाद यानी 8 जून को सीएम अमरिंदर सिंह ने अपनी सरकार के अहम कार्यक्रमों में तेजी लाने के लिए 8 सलाहकार समूहों का गठन किया है. लेकिन उनमें राज्य के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को शामिल नहीं किया गया.
लंबे समय से चल रहा है अमरिंदर-सिद्धू का मनमुटाव
अमरिंदर-सिद्धू के बीच ये खटपट काफी पहले से चल रही है. पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के मौके पर सिद्धू को पाकिस्तान से बुलावा आया था. इस पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को पाकिस्तान जाने से मना किया. इसके बावजूद सिद्ध इमरान खान के बुलावे पर पाकिस्तान गए. इस पर भी दोनों नेताओं के बीच खूब बयानबाजी हुई थी. लोकसभा चुनाव के बाद तो ये बयानबाजी काफी तेज हो गई.
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