पंजाब में विवाद अभी तक खत्म नहीं हुआ है, चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, लेकिन इस बीच कांग्रेस (Congress) के पंजाब प्रभारी हरीश रावत के बयान पर विवाद शुरू हो गया है. हरीश रावत ने नवजोत सिंह सिद्धू की अगुवाई में चुनाव लड़ने की बात कही थी, जिसके बाद सुनील जाखड़ ने ट्टीट कर नाराजगी जताई है.
ये मुख्यमंत्री की ताकत को कमजोर करता है और साथ ही ये किसी के चयन पर सवाल खड़ा करता है.
वहीं कांग्रेस नेता हरमिंदर सिंह गिल ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब के मुख्यमंत्री बनाने का फैसला पार्टी आलाकमान का है न कि हरीश रावत जी का फैसला है.
चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के नाम पर मुहर लगाई है. अब कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के बाद चन्नी अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.
इससे पहले चन्नी, कैप्टन अमरिंदर की सरकार में तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री थे. बता दें चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहने वाले चरणजीत सिंह चन्नी 2015 से 16 के बीच पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. चरणजीत सिंह चन्नी रामदासिया दलित सिख समुदाय से आते हैं. उन्हें महज चार साल पहले, मतलब 16 मार्च 2017 को ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया था.
चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी पंजाब पहुंच रहे हैं.
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