भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. अब इंडिया टुडे के एक क्लिप को ट्विटर पर शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा है कि सैटेलाइट फोटो साफ दिखाती हैं कि चीन ने पैंगोंग झील के पास भारत माता की पावन धरती पर कब्जा कर लिया है.
दरअसल, गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इसके बाद पीएम मोदी ने देश के सामने संदेश में कहा कि ''पूर्वी लद्दाख में जो हुआ...न वहां कोई हमारी सीमा में घुस आया है और न ही कोई घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है.''
पीएम मोदी के इसी बयान के बाद विपक्ष के कई नेता हमलावर हैं.
21 जून को ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि आर्मी जनरल के बयान और सैटेलाइट इमेजरी दिखाती है कि चीनियों ने इस पार आकर कब्जा करने की कोशिश की.
कपिल सिब्बल ने कहा, PM ने कहा कि हमारी सरहद के पार कोई नहीं आया. PM जी अपने बयान दे रहे हैं, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय अपने. तो क्या कर्नल संतोष और 19 जवानों की जान ऐसे ही चली गई. अगर कोई घुसपैठिया यहां आया ही नहीं था तो जवानों को जान क्यों देनी पड़ी ये सवाल उठता है. जिन्होंने कुर्बानी दी उनके परिवार के लोग अब पूछते हैं कि बताइए प्रधानमंत्री जी हमें जवाब चाहिए.
इससे पहले भारत और चीन के बीच हुई झड़प पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि 'चीन ने वास्तव में विवादित क्षेत्र हड़प लिया है'. थरूर का कहना है कि 'पहले की स्थिति पर दोबारा लौटना अब नामुमकिन है, जब तक कि चीन पीछे न हटे' ये शर्म वाली बात है और इसकी संभावना कम है. पीएम मोदी के बयान पर थरूर ने क्विंट से कहा कि इसका मतलब है उन्होंने ‘नरमी’ से ‘नई वास्तविकता’ को स्वीकार कर लिया है, जो कि एक ‘धक्का’ है.
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