सैम पित्रोदा के 1984 सिख विरोधी दंगों पर दिए बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. इतना ही नहीं राहुल गांधी ने सैम पित्रोदा को फटकार लगाते हुए उनसे बयान के लिए माफी मांगने को भी कहा है.
द प्रिंट को दिए एक इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि ये ठीक नहीं है और उनको सबसे माफी मांगनी चाहिए...मैं मानता हूं कि 1984 का दंगा एक बुरा हादसा है, जिससे लोगों को बहुत दुख पहुंचा. और मुझे लगता है कि उन्हें सबसे माफी मांगनी चाहिए.’’
राहुल गांधी ने बयान को बताया अनर्गल
राहुल गांधी ने सैम पित्रोदा के बयान पर कड़ा रुख अपनाया है और उसकी भर्त्सना की है. राहुल ने कहा, ‘‘सैम पित्रोदा जी ने जो कहा है वो पूरी तरह से गलत है. मेरी अभी तक उनसे बात नहीं हुई है लेकिन मैं जरूर बात करूंगा. मैं पर्सनली उनसे बात करके कहूंगा कि मैं इस तरह की अनर्गल बातों को पसंद नहीं करता.’’
सैम पित्रोदा ने बयान के लिए खराब हिंदी को ठहराया जिम्मेदार
सैम पित्रोदा ने सिख विरोधी दंगों को लेकर अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए कहा था कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. पित्रोदा ने बताया कि उनकी हिंदी खराब है, वह 'जो हुआ वो बुरा हुआ' कहना चाहते थे.
सैम पित्रोदा ने सफाई में कहा था, ‘‘मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. उसे अलग संदर्भ में पेश किया गया, क्योंकि मेरी हिंदी अच्छी नहीं है...मैं कहना चाहता था, ‘जो हुआ वो बुरा हुआ’, लेकिन बुरा हुआ को मैं दिमाग में ट्रांसलेट नहीं कर पाया.’’
पीएम मोदी ने पित्रोदा के बयान पर निशाना साधा
1984 सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के ‘हुआ तो हुआ’ वाले बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘‘कल, कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने कहा कि 1984 दंगा 'हुआ तो हुआ'. यह तीन शब्द कांग्रेस के अहंकार को दर्शाते हैं.’’
मोदी ने पित्रोदा का नाम लिए बिना कहा, ‘‘यह नेता गांधी परिवार के करीबी हैं, दिवंगत राजीव गांधी के अच्छा दोस्त थे और राहुल गांधी के गुरु हैं.’’
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