ADVERTISEMENTREMOVE AD

उपेंद्र कुशवाहा की NDA को ही धमकी बोले- याचना नहीं अब रण होगा...

आरएलएसपी के एनडीए से अलग होने पर गठबंधन बरकरार, जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष से मिल सकते हैं उपेंद्र कुशवाहा

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर बीजेपी को धमकी दी है. कुशवाहा ने बिहार के मोतिहारी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब लड़ाई आर-पार की होगी. उन्‍होंने बीजेपी को चेताते हुए कहा, ''याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष महाभीषण होगा.''

हालांकि उन्होंने अपने पत्ते अब तक नहीं खोले हैं. यानी 2019 लोकसभा चुनाव में RLSP के एनडीए गठबंधन में बने रहने पर सस्पेंस अब भी बरकरार है. पहले उम्मीद की जा रही थी कि कुशवाहा गुरुवार को एनडीए गठबंधन में बने रहने या गठबंधन से अलग हो जाने को लेकर फैसला कर सकते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

जनसभा के बाद कुशवाहा ने क्या कहा?

डेडलाइन खत्म होने पर कुशवाहा ने कहा था, ‘जब नाश मनुज पर छाता है...

बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी को 30 नवंबर तक की डेडलाइन दी थी. लेकिन बीजेपी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. डेडलाइन खत्म हो जाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी लीडरशिप पर जोरदार हमला बोला था.

कुशवाहा ने ‘राष्ट्रकवि' रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता का जिक्र करते हुए कहा था:

‘‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है...’’  

उपेंद्र कुशवाहा के मुताबिक, उन्होंने सीट बंटवारे के लिए बीजेपी चीफ अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन उन्हें समय नहीं मिला.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कांग्रेस के संपर्क में हैं कुशवाहा

मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो उपेंद्र कुशवाहा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संपर्क में हैं. कहा यह भी जा रहा है कि कुशवाहा 10 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मुलाकात कर सकते हैं. इस मुलाकात के बाद ही कुशवाहा भविष्य को लेकर कोई फैसला ले सकते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, कुशवाहा चाहते हैं कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए. यही वजह है कि वह बीजेपी के खिलाफ लगातार हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं. गुरुवार को भी उन्होंने मोतिहारी में खुले अधिवेशन में बीजेपी को जमकर घेरा.

कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी को मंदिर निर्माण की याद चुनावों के वक्त ही आती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनावों के वक्त ये मुद्दा उठाकर फायदा उठाना चाहती है, लेकिन आरएलएसपी इसका पुरजोर विरोध करती है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सांसद सावित्री बाई फुले ने दिया बीजेपी से इस्तीफा

एनडीए के घटक दलों में नाराजगी के अलावा बीजेपी के कुछ नेता भी नेतृत्व से खफा हैं. नाराजगी के चलते यूपी के बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया.

इस्तीफे का ऐलान करते वक्त फुले ने कहा कि वह पार्टी की नीतियों से असंतुष्ट हैं. इतना ही नहीं, फुले ने बीजेपी पर समाज को बांटने का आरोप भी लगाया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×