सट्टा बाजार को राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार की वापसी पर अभी भी भरोसा नहीं है. वोटिंग में अब करीब हफ्तेभर ही बचा है लेकिन सट्टे भाव में ट्रेंड बरकरार है कि कांग्रेस के हाथ सरकार आ रही है.
हालांकि बीजेपी की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है. 19 नवंबर को जो भाव थे उसके मुकाबले कांग्रेस की सीटें थोड़ी कम हुई हैं लेकिन अभी भी वो दो तिहाई बहुमत के करीब है.
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राजस्थान में 7 दिसंबर को वोटिंग है. नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे.
इंदौर सट्टा बाजार के मुताबिक 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस को 125 से 127 सीटें पर बराबरी का भाव मिल रहा है. यानी सट्टा बाजार को लगता है कि कांग्रेस इन नंबर तक आसानी से पहुंच जाएगी. राज्य में बहुमत के लिए 101 सीटों की जरूरत है. पिछले सट्टा बाजार भाव में भी कांग्रेस आगे चल रही थी और वो रुझान बरकरार है.
ताजाआंकड़ों में बीजेपी के लिए सिर्फ 56 से 58 सीटों पर बराबरी का भाव चल रहा है. 19 नवंबर वाले हफ्ते में बीजेपी को 51 से 54 सीटों के लिए बराबरी का भाव था. उसी हफ्ते कांग्रेस के लिए 131-132 सीटों पर ये भाव लगाया जा रहा था.
सट्टा बाजार के भाव से साफ पता लगता है कि बीजेपी के लिए राजस्थान में वापसी का रास्ता काफी मुश्किल है. चुनाव पूर्व जो भी सर्वे आए हैं उनमें भी राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के आसार बताए गए हैं.
मध्यप्रदेश में वोटिंग के बाद सट्टा के ट्रेंड के हिसाब से कांग्रेस की सरकार बनते दिख रही है. हालांकि बीजेपी ज्यादा पीछे नहीं है पर सटोरियों के लगता है कि कांग्रेस बहुमत हासिल कर लेगी.
इसी तरह छत्तीसगढ़ में वोटिंग के बाद सटोरियों ने बीजेपी को बहुमत के करीब बताया था. लेकिन अब उसमें बदलाव हुआ है. कांग्रेस और बीजेपी को बराबर सीटें दी जा रही हैं.
राजस्थान में कई चुनावों से एक बार बीजेपी और अगली बार कांग्रेस का ही ट्रेंड चल रहा है. इस बार भी यही रिपीट होता दिख रहा है.
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