अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी के बयान ने महाराष्ट्र की सियासत में तूफान खड़ा कर दिया है. क्योंकि बयान हिंदू समाज को लेकर दिया गया था, इसीलिए अब बीजेपी इस मुद्दे को लेकर ठाकरे सरकार पर हमलावर है. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने शरजील उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
फडणवीस ने की सख्त कार्रवाई की मांग
दरअसल पुणे में हुए एलगार परिषद के कार्यक्रम में शरजील ने हिंदू समाज को लेकर एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि, "हिंदुस्तान में हिंदू समाज बुरी तरीके से सड़ चुका है." उनके इस बयान के बाद बीजेपी तुरंत हरकत में आई और फडणवीस ने सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर शरजील पर सख्त एक्शन लेने की मांग की.
बता दें कि पुणे का एलगार परिषद दो साल पहले भी विवादों में रहा था. जिसके बाद पुणे पुलिस ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर रोक लगा दी थी. लेकिन आयोजक रिटायर्ड जस्टिस बीजी कोळसे पाटिल की लगातार मांग के बाद 30 दिसंबर की बजाय 30 जनवरी को कार्यक्रम के आयोजन के लिए सशर्त इजाजत दी गई.
दरअसल इस कार्यक्रम में कई बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया गया था. जिसमे मोदी सरकार के कार्यकाल में लोकतंत्र पर हो रहे हमले पर विचार रखे जा रहे थे. लेकिन शरजील उस्मानी ने मॉब लिंचिंग का उदाहरण देते हुए हिंदू समाज की बदल रही मानसिकता पर खेद जताया. जिसके बाद उन पर हिंदू समाज को लेकर आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया गया है.
क्या बोले थे शरजील उस्मानी?
पुणे में हुए एलगार परिषद के कार्यक्रम में शरजील उस्मानी को भी बोलने का मौका दिया गया. जिसमें उन्होंने कहा,
‘आज का हिंदू समाज, हिंदुस्तान में हिंदू समाज बुरी तरीके से सड़ चुका है. ये जो लोग लिंचिंग करते हैं, कत्ल करते हैं, ये कत्ल करने के बाद अपने घर जाते हैं तो क्या करते होंगे अपने साथ? कोई नए तरीके से हाथ धोते होंगे, कुछ दवा मिलाकर नहाते होंगे. क्या करते हैं ये लोग कि वापस आकर हमारे बीच खाना खाते हैं, उठते-बैठते हैं, फिल्में देखते हैं. अगले दिन फिर किसी को पकड़ते हैं, फिर कत्ल करते और नॉर्मल लाईफ जीते हैं. अपने घर में मोहब्बत भी कर रहे हैं, अपने बाप के पैर भी छू रहे हैं, मंदिर में पूजा भी कर रहे हैं, फिर बाहर आकर यही करते हैं.’
अब इस बयान को लेकर ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए करवाई की मांग जोर पकड़ रही है. बीजेपी ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द करवाई नही हुई तो राज्यभर में आंदोलन किया जाएगा. हालांकि सरकार की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
कौन हैं शरजील उस्मानी?
शरजील उस्मानी अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं. उस्मानी चर्चा में तब आए जब उन्होंने अपने कई साथियों के साथ एंटी सीएए प्रदर्शनों में खुलकर हिस्सा लिया था. उन्होंने कई जगहों पर इसके खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई भी की. जिसे लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था. उन पर आरोप लगाया गया कि वो एएमयू कैंपस में हुई हिंसा में शामिल थे. करीब 3 महीने बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)