महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्ते अब लगभग खत्म होने जा रहे हैं. अब शिवसेना नेता और भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा का ऐलान किया है. सावंत को मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री का पद दिया गया था. उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा कि वो झूठ के माहौल में नहीं रह सकते हैं.
फॉर्मूले का किया जिक्र
अरविंद सावंत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है. उन्होंने एक बार फिर अपनी पार्टी की तरह बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाई. सावंत ने कहा कि चुनाव से पहले जो फॉर्मूला तय हुआ था, बीजेपी उससे पीछे हट गई.
केंद्रीय मंत्री सावंत के इस्तीफे के ऐलान के बाद अब शिवसेना के एनडीए से बाहर निकलने की खबरों पर मुहर लगती दिख रही है. इससे पहले एनसीपी ने शिवसेना के सामने शर्त रखी थी कि गठबंधन के लिए उसे पहले एनडीए को छोड़ना पड़ेगा.
राज्यपाल से मिलेगी शिवसेना
बीजेपी के सरकार बनाने से इनकार के बाद अब शिवसेना राज्यपाल से मुलाकात करने जाएगी. शिवसेना नेता सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचेंगे. जहां शिवसेना सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. बता दें कि इससे पहले बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर कहा था कि वो सरकार नहीं बना सकते हैं. जिसके बाद राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया था.
एनसीपी ने रखी तीन शर्तें
अब बीजेपी के सरकार बनाने से इनकार के बाद शिवसेना के पास एक ही रास्ता बचा है. शिवसेना को अब कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से सरकार बनानी होगी. लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार इतनी आसानी से नहीं मानने वाले. कई बार विपक्ष में बैठने की बात कह चुके पवार ने अब शिवसेना के सामने तीन शर्तें रखी हैं. जिसमें बीजेपी से हर रिश्ता तोड़ना, एनडीए से बाहर निकलना और केंद्र में सभी मंत्रियों से इस्तीफा दिलवाने की बात कही गई. अब शिवसेना एनसीपी की ये शर्तें पूरी करती दिख रही है.
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