शिवसेना ने मुंबई में 6 जनवरी को ‘फ्री कश्मीर’ का बैनर लेकर प्रदर्शन करने वाली महक मिर्जा का समर्थन किया है और बीजेपी की जमकर खिंचाई की है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा “मुंबईकर मराठी महिला कश्मीरियों के दर्द के लिए बैनर लेकर खड़ी थी. विपक्ष को लगता है कि यह देशद्रोह है. इससे बड़ा गैरजिम्मेदारी का गंदा उदाहरण नहीं हो सकता है.”
बीजेपी और देवेंद्र फडणवीस पर कटाक्ष करते हुए मुखपत्र 'सामना' में कहा गया है कि महाराष्ट्र में तख्ता पलट से विपक्षी नेताओं को झटका लगा और उनमें राष्ट्रवादी भावना जागृत हो गई है.
उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकरे पर हमला किया और पूछा कि यह राष्ट्र विरोधी गतिविधि उनकी नाक के नीचे कैसे हो सकती है. ये आरोप इतना गलत था कि विपक्षी नेताओं ने ही खुद का मजाक उड़ाया. ये राज्य के लिए अच्छा नहीं है. हम विपक्ष के लिए चिंतित हैं.शिवसेना का मुखपत्र सामना
फडणवीस ने उद्धव पर दागे थे सवाल
इससे पहले जेएनयू हिंसा के खिलाफ मुंबई में प्रदर्शन के दौरान 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर दिखने पर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर सवाल दागे थे. फडणवीस ने ट्वीट कर कहा था, ''ये पोस्टर है किसलिए? 'फ्री कश्मीर' के नारे क्यों? मुंबई में हम ऐसे अलगाववादी तत्वों को कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? सीएमओ से 2 किलोमीटर की दूरी पर आजादी गैंग द्वारा 'फ्री कश्मीर' के नारे? उद्धव जी क्या आप अपनी नाक के नीचे इस 'फ्री कश्मीर' भारत विरोधी अभियान को बर्दाश्त करने जा रहे हैं?''
इस मामले पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा-
‘’मैंने अखबार में पढ़ा है कि जिसने ‘फ्री कश्मीर’ का बैनर उठाया था, उन्होंने साफ किया कि वे इंटरनेट सेवाओं, मोबाइल सेवाओं और बाकी मुद्दों पर पाबंदियों से आजादी चाहते हैं. अगर कोई भारत से कश्मीर की आजादी की बात करता है तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’’
बता दें कि दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में 5 जनवरी की शाम भारी हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी. इसके खिलाफ 6 जनवरी को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन हो रहा था. उसी दौरान वहां ‘फ्री कश्मीर’ का पोस्टर दिखा था.
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