राफेल डील को लेकर बीजेपी पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है. विपक्ष के बाद अब बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना भी केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर सवाल उठा रही है. गुरुवार को राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने पीएम मोदी से राफेल डील पर चुप्पी तोड़ने को कहा.
संजय राउत ने कहा, ''जैसे बोफोर्स एक मुद्दा है, वैसे ही राफेल भी एक मुद्दा है. दोनों मुद्दों में सिर्फ आंकड़ों का फर्क है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने भी इस पर बयान दिया है. उनकी बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.''
संजय राउत ने कहा, ''कांग्रेस अध्यक्ष क्या कह रहे हैं, हमको उससे मतलब नहीं, लेकिन प्रधानमंत्री को राफेल पर चुप्पी तोड़ना चाहिए. देश को सच पता चलना चाहिए. बीजेपी के किसी प्रवक्ता को नहीं, बल्कि खुद प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए.''
राफेल पर नए खुलासे के बाद राहुल का मोदी पर हमला
राफेल डील पर फ्रांसीसी अखबार 'मीडियापार्ट' के नए खुलासे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर आरोप लगाए हैं. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर तीखे सवाल किए.
राहुल गांधी ने कहा, “राफेल के सीनियर अफसर सेगिन ने कहा है कि अनिल अंबानी को 30,000 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया है. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बाद अब एक और अधिकारी का बयान आ गया है कि फ्रेंच कंपनी दसॉ ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस से गठजोड़ दिखा कर राफेल सौदा हासिल किया था. पीएम मोदी ने आम लोगों के पैसे को अनिल अंबानी के पॉकेट में डाल दिया है. ”
राहुल गांधी ने पीएम पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा, "पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा था कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा था कि अनिल अंबानी को राफेल का कॉन्ट्रैक्ट मिलना चाहिए, अनिल अंबानी 45000 करोड़ रुपये के कर्जे में हैं. 10 दिन पहले कंपनी खोली और प्रधानमंत्री जी ने 30,000 करोड़ रुपया हिन्दुस्तान की जनता का पैसा, एयरफोर्स का पैसा अनिल अंबानी की जेब में डाला है."
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