शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि उनकी पार्टी अब बीजेपी से सिर्फ मुख्यमंत्री पद को लेकर ही बात करेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि उनके पास 170 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, यह आंकड़ा 175 तक भी पहुंच सकता है. बता दें कि 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 का है.
हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना साथ मिलकर लड़ी थीं. इस चुनाव में बीजेपी 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. वहीं शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली है.
बात विपक्षी गठबंधन की करें तो एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली है, वहीं कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई हैं.
इस चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना बीजेपी को सत्ता भागीदारी के 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाकर मुख्यमंत्री पद पर दावा कर रही है. हालांकि, बीजेपी ने 50-50 फॉर्मूले को लेकर शिवसेना की मांग खारिज कर दी है. पार्टी का कहना है कि देवेंद्र फडणवीस ही अगले 5 साल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहेंगे. फिलहाल बीजेपी और शिवसेना दोनों में से कोई भी पार्टी अपने रुख पर नरम पड़ती दिखाई नहीं दे रही.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, संजय राउत ने 3 नवंबर को कहा,
‘’गतिरोध जारी है. अभी तक सरकार बनाने को लेकर कोई भी बातचीत नहीं हुई है. अगर बातचीत होती है, तो यह सिर्फ मुख्यमंत्री पद को लेकर ही होगी.’’संजय राउत, शिवसेना
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 31 अक्टूबर को कहा था कि वह बीजेपी, कांग्रेस और एनसीपी के संपर्क में हैं. इसी दिन संजय राउत ने एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात भी की थी. पवार से मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा था, ''मैं उन्हें (पवार को) दिवाली की शुभकामनाएं देने आया था. हमने महाराष्ट्र की राजनीति पर भी बात की.'' उद्धव के बयान, राउत और पवार की मुलाकात के बाद से ही महाराष्ट्र में सरकार बनाने के एक नए विकल्प को लेकर अटकलें जोरों पर हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)