ADVERTISEMENTREMOVE AD

'बीजेपी-आरएसएस का एक ही एजेंडा, चाहते हैं हिंदू राष्ट्र' - तेजस्वी यादव

कांग्रेस को भविष्य में किसी भी विपक्षी गठबंधन का "आधार" बनना होगा

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

बिहार (Bihar) विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बीजेपी पर एक बार फिर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि बीजेपी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को रणनीति पर एक साथ काम करने के लिए मतभेदों और अहंकार को अलग रखना चाहिए और ऐसा करने में विफल रहने पर इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

द इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज कार्यक्रम में आरजेडी नेता ने कहा कि विपक्ष के लिए मुद्दों की कोई कमी नहीं है लेकिन उनकी रणनीति "वास्तविक मुद्दों" पर आधारित होनी चाहिए.

"कांग्रेस को भविष्य में किसी भी विपक्षी गठबंधन का "आधार" बनना होगा"
तेजस्वी यादव

'विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ एक साथ मिलकर आना होगा'

तेजस्वी यादव ने कहा कि ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और शरद पवार जैसे नेता देश की स्थिति के बारे में चिंतित हैं और समय-समय पर बोलते भी हैं, उन्हें एक साथ मिलकर विभिन्न राज्यों में जाने की जरूरत है.

"हम (आरजेडी) बिहार तक सीमित हैं, कोई बंगाल तक सीमित है, कोई महाराष्ट्र तक सीमित है. इसलिए हमें गठबंधन करना होगा, साथ आना होगा और हमें हर राज्य में एक साथ जाना होगा. हमें बीजेपी के मुद्दे उठाने होंगे, और बताना होगा कि ये वादा किया गया था और यह काम किया गया है. लोगों को ये दिखाना बहुत ज़रूरी है कि बीजेपी ने असल में क्या काम किया है."
तेजस्वी यादव
0

'कांग्रेस का साथ सबसे जरूरी'

तेजस्वी यादव से पूछा गया कि क्या कांग्रेस की आंतरिक समस्याएं एक बाधा बन सकती है, इस पर उनका मानना ​​है कि कांग्रेस को विपक्ष के लिए "आधार" होना चाहिए, क्योंकि पार्टी 200 सीटों पर बीजेपी के साथ सीधे मुकाबले में है और उसके पास राष्ट्रीय संगठन है. हालांकि, जहां भी क्षेत्रीय दल मजबूत हैं, उन्हें वहां "ड्राइविंग सीट" पर रहने दिया जाना चाहिए.

'बीजेपी से परेशान हो गए हैं लोग'

तेजस्वी ने कहा कि लोगों को बीजेपी के अलावा एक विकल्प की जरूरत है. तेजस्वी ने कहा, 'हमें एक रणनीति बनानी होगी. हम इस सरकार को कैसे घेर सकते हैं? क्योंकि लोग वास्तव में परेशान हैं. लोग चाहते हैं कि यह सरकार जल्द से जल्द गिर जाए. जिन लोगों ने उन्हें वोट दिया, वे अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं.

लेकिन देश के सामने एक विकल्प पेश करना हमारी जिम्मेदारी है. इसके लिए सबसे जरूरी है एक साथ बैठना, अहंकार और निजी स्वार्थ को अलग करके देश को बचाने के लिए सोचना, संविधान को बचाने के लिए कुछ कड़े कदम उठाने होंगे.

तेजस्वी का मानना है कि, बीजेपी-आरएसएस का एक ही एजेंडा है, "वे एक हिंदू राष्ट्र चाहते हैं."

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×