हाल में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे कामारेड्डी जिले के कलेक्टर पर नाराज होते हुए दिखाई जा रही थीं. दरअसल कलेक्टर जयंत पाटिल तुरंत वित्तमंत्री को यह बताने में नाकामयाब रहे थे कि ऊचित मूल्य की दुकानों पर मिलने वाले चावल में केंद्र और राज्य की मूल्य हिस्सेदारी कितनी रही थी.
सीतारमण ने इस बात पर भी नाराजगी जताई थी कि तेलंगाना में इन सार्वजनिक क्षेत्र की दुकानों पर प्रधानमंत्री की फोटो भी नहीं लगाई जा रही, जबकि सीतारमण का कहना था कि 35 रुपये किलो के चावल में 30 रुपये केंद्र की तरफ से दिए जा रहे हैं और राज्य सिर्फ 4 रुपये ही दे रहा है, बाकी एक रुपये पब्लिक से लिया जाता है.
अब टीआरएस सोशल मीडिया ने सीतारमण पर कटाक्ष करते हुए एक वीडियो जारी किया है. इसमें रसोई गैस की टंकियों पर प्रधानमंत्री मोदी की हंसते हुए फोटो लगाई गई है, साथ ही टंकी का मूल्य लिखा गया है. बता दें पिछले कुछ सालों में रसोई गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. फिलहाल तेलंगाना में एक टंकी की कीमत 1105 रुपये है.
सीतारमण ने लगाई थी कलेक्टर को लताड़, मंत्री ने दिया जवाब
सीतारमण ने जब कलेक्टर जयंत पाटिल से सार्वजनिक राशन दुकानों से मिलने वाले चावल की कीमत में राज्य और केंद्र की हिस्सेदारी पूछी, तो वे स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए. तब सीतारमण ने कहा-
"आप तेलंगाना कैडर के एक आईएएस अधिकारी हैं. इसके बारे में सोचिए और मीडिया को मेरे संबोधन से पहले जवाब के साथ आइए, ताकि मैं उन्हें बता सकूं कि कलेक्टर तक मेरे सवाल का तुरंत जवाब नहीं दे पाए, उन्होंने खोजने की जहमत उठाई और उन्हें जानकारी हासिल हो गई."
वहीं सीतारमण की बात पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री हरीश राव ने कहा कि केंद्र बमुश्किल 50-55 फीसदी योगदान देता है. बाकी 45 फीसदी की बात करें, तो राज्य 10 किलो चावल फ्री देता है, जिसकी कीमत हर महीने 3,610 करोड़ रुपये है.
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