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बेंगलुरु पहुंचकर सदानंद गौड़ा बोले- ‘क्वॉरंटीन नियम मेरे लिए नहीं’

सदानंद गौड़ा ने नहीं किया क्वॉरंटीन नियमों का पालन, मंत्री होने का दिया हवाला

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एक तरफ जहां सरकार लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और क्वॉरंटीन में रहने की सलाह दे रही है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के कुछ बड़े नेताओं पर इन नियमों को तोड़ने के आरोप लग रहे हैं. दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी का क्रिकेट खेलने वाला विवाद थमा भी नहीं था कि केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कुछ ऐसा कर दिया, जिसकी अब खूब चर्चा हो रही है. दिल्ली से फ्लाइट लेकर बेंगलुरु पहुंचे गौड़ा ने क्वॉरंटीन होने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि हम पर ये नियम लागू नहीं होते हैं.

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सदानंद गौड़ा को ठीक उसी तरह क्वॉरंटीन नियमों का पालन करने को लेकर सवाल किया गया था, जैसा कि देशभर में अन्य लोग कर रहे हैं. इसके लिए केंद्र की तरफ से बकायदा गाइडलाइंस भी जारी हुई हैं. लेकिन मंत्री जी ने कहा कि ये नियम उन पर लागू होता ही नहीं है. इसके बाद मंत्री जी बैठक में भी शामिल हुए.

कर्नाटक सरकार की गाइडलाइंस का क्या?

अब सवाल ये उठाए जा रहे हैं कि जब कर्नाटक सरकार ने अपनी गाइडलाइन में साफ कहा है कि दिल्ली से आने वाले लोगों को 7 दिन का क्वॉरंटीन पीरियड पूरा करना जरूरी है तो ऐसे में मंत्री जी को क्वॉरंटीन क्यों नहीं होना पड़ा? कर्नाटक सरकार ने हाल ही में अपनी गाइडलाइन जारी की हैं, जिसमें साफ-साफ लिखा गया है कि,

महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली से आने वाले लोगों के लिए एक हफ्ते का इंस्टीट्यूशनल (स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल आदि) क्वॉरंटीन जरूरी है. इस गाइडलाइन में गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को घर पर ही क्वॉरंटीन होने की छूट दी गई है.
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सामने आकर दी सफाई

केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा का एयरपोर्ट का ये वीडियो काफी वायरल हुआ. लोगों ने इसे लेकर उन पर जमकर हमला बोला. मामला बढ़ने के बाद मंत्री मीडिया के सामने आए और बताया कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया. उन्होंने इसके लिए कुछ अजीब उदाहरण भी दिए. जिसमें उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर को क्वॉरंटीन कर देंगे तो इलाज कौन करेगा. गौड़ा ने अपनी सफाई में कहा,

"कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें क्वॉरंटीन नियमों में छूट दी गई है. जब उनके पास कोई जिम्मेदारी वाला पद होता है. अगर किसी डॉक्टर या नर्स को हॉस्पिटल में नहीं आने दिया जाए तो क्या हम कोरोना से लड़ सकते हैं? अगर सप्लाई ठीक से नहीं होगी तो काम कैसा चलेगा. मैं फार्मेटिकल मिनिस्ट्री का मंत्री हूं. मैं चार्टड फ्लाइट से भी बेंगलुरु आ सकता था, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया."

केंद्रीय मंत्री ने एक और तर्क दिया कि उनके फोन में जो आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड है, उसमें उनका स्टेटस ग्रीन दिख रहा है यानी वो पूरी तरह से सेफ हैं.

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मनोज तिवारी पहुंचे सोनीपत

इससे पहले बीजेपी के सांसद और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को लेकर काफी विवाद खड़ा हो गया था. तिवारी दिल्ली से क्रिकेट मैच खेलने के लिए हरियाणा के सोनीपत जा पहुंचे. जहां उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया. तिवारी कई लोगों के करीब बैठे दिखे और उन्होंने फेस मास्क भी नहीं पहना हुआ था. जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी सवाल उठाए.

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