Bengal Panchayat Election: बीते विधानसभा चुनाव में भी बंगाल में हिंसा देखने को मिली थी. पंचायत चुनाव (Bengal Panchayat Election 2023) का माहौल है, फिर से प्रदेश में हिंसक घटनाएं दर्ज हुई हैं. बंगाल के पंचायत चुनाव के लिए 8 जुलाई को मतदान होगा और 11 जुलाई को नतीजों का ऐलान होगा.
अब तक राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में 18 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले दिनों हुई हिंसा में 3 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी, जिसके बाद 7 जुलाई को कोलकाता हाईकोर्ट की खंडपीठ ने आदेश जारी करते हुए बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान लगातार हो रही हिंसा को रोकने की कवायद करते हुए कहा कि पंचायत चुनाव के नतीजों के ऐलान के 10 दिन बाद तक भी पूरे प्रदेश में केंद्रीय सशस्त्र बल के जवान तैनात रहेंगे.
8 जुलाई को मतदान, 11 जुलाई को नतीजों का ऐलान
बंगाल पंचायत चुनाव के लिए आगामी 8 जुलाई को मतदान होना तय है. जिसके बाद 11 जुलाई को नतीजों का ऐलान होगा.
राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, 22 जिलों की 63,229 ग्राम पंचायत सीटों के लिए सबसे ज्यादा TMC के 61591 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है, जो करीब 97 फीसदी है.
दूसरे नंबर पर बीजेपी है, जिसने 60% सीटों पर 38,475 उम्मीदवार उतारे हैं. CPIM ने 56% सीटों पर (35,411) प्रत्याशी उतारे हैं.
हालांकि, ग्राम पंचायत में प्रत्याशियों के मामले में कांग्रेस निर्दलीय उम्मीदवारों से भी पीछे रह गई है. जहां, 16,335 निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है, जबकि कांग्रेस की तरफ से सिर्फ 11,774 नामांकन दाखिल हुए हैं.
पंचायत चुनाव में किस- किस जगह हुइ हिंसा?
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना, बीरभूम सहित अन्य इलाकों से हिंसा की घटनाएं दर्ज हुई हैं. जिसमें मुर्शिदाबाद में कमाल शेख नाम का एक व्यक्ति कच्चे बम बनाने के दौरान विस्फोट में मारा गया.
बीरभूम में बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार के पति दिलीप महरा की भी मौत हो गई. सोमवार को दक्षिण 24 परगना के कुलपी में टीएमसी और एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थकों के बीच हुई झड़प में गंभीर रूप से घायल हुए अल्फाजुद्दीन हलदर की गुरुवार को कोलकाता के एक अस्पताल में मौत हो गई.
पंचायत चुनाव से पहले राज्य में हिंसा पर क्या बोले राज्यपाल?
पिछले दो सप्ताह से हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने 6 जुलाई को राजभवन में एक प्रेस कॉनफ्रेंस के दौरान राज्य चुनाव आयुक्त को पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि...
"अगर इस पंचायत चुनाव के दौरान लोकतंत्र मर गया है, तो हत्यारा कौन है? क्या राज्य चुनाव आयुक्त अपना हाथ उठाएंगे? आपको पता होना चाहिए कि हत्यारे कौन हैं?''सीवी आनंद बोस,राज्यपाल, पश्चिम बंगाल
दूसरी तरफ हिंसा के लिए फिर से सत्तारूढ़ दल TMC और विपक्ष BJP ने एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है. सत्तारूढ़ दल TMC ने बीजेपी पर पलटवार किया तो, वहीं बीजेपी ने प्रदेश में हो रही हिंसा के लिए सत्तारुढ़ पार्टी TMC पर हमला बोला.
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