पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के बीच गर्वनर केसरी नाथ त्रिपाठी ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. राज्यपाल ने बताया है कि उन्होंने पीएम और गृह मंत्री को बंगाल में हिंसा और वहां के हालात के बारे में जानकारी दी है. चुनाव बाद हिंसा में पश्चिम बंगाल में 12 के करीब मौतें हो चुकी हैं. हालांकि राज्यपाल ने इससे ज्यादा डिटेल से इंकार कर दिया. बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संभावना के सवाल पर त्रिपाठी ने कहा कि इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई.
इस बीच टीएमसी ने गृह मंत्रालय की एडवाइजरी को राज्य सरकार के खिलाफ साजिश करार दिया है. पार्टी ने गृह मंत्रालय को लिखी एक चिट्ठी में कहा है कि ये सत्ता हथियाने का हथकंडा है.
बंगाल में हो क्या रहा है?
पश्चिम बंगाल में हिंसा के मामले पर राज्य और केंद्र सरकारें आमने-सामने आ गई हैं. कानून व्यवस्था बरकरार रखने को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को केंद्र की एडवाइजरी के बाद राज्य सरकार ने भी उसे जवाब दिया है. पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने केंद्र को एक लेटर लिखकर कहा है कि राज्य में लोकसभा चुनाव के बाद झड़प की छिटपुट घटनाएं हुई हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है.
पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ समय से बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच लगातार झड़प की घटनाएं हो रही हैं. बीते शनिवार को भी इसी तरह की झड़प में 4 लोगों की जान चली गई.
गृह मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में क्या है?
बंगाल में चुनाव बाद जारी हिंसा की घटनाओं के बीच केंद्र सरकार ने ममता सरकार को एक एडवाइजरी जारी की है. गृह मंत्रालय की तरफ से जारी इस एडवाइजरी में कहा गया है-
‘पिछले कुछ हफ्तों से राज्य में बगैर उकसावे के हो रही हिंसा, कानून व्यवस्था बनाए रखने और जनता के बीच विश्वास कायम करने में राज्य के कानून लागू करने वाले तंत्र की नाकामी लगती है.’
गृह मंत्रालय की एडवाइजरी पर ममता सरकार का जवाब
इसके बाद ममता सरकार ने भी एडवाइजरी का जवाब देते हुए केंद्र को एक लेटर लिखा. पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मलय कुमार डे ने गृह मंत्रालय को लेटर लिखकर कहा-
‘हिंसा के सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी और उचित कार्रवाई की गई है. कुछ असामाजिक तत्वों ने चुनाव के बाद झड़प की छिटपुट घटनाओं को अंजाम दिया है. कानून लागू करने वाले अधिकारी ऐसे सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी और उचित कार्रवाई करते हैं.’
इसके साथ ही लेटर में कहा गया है, ''उत्तर 24 परगना जिले के नाजट पुलिस थाना क्षेत्र के तहत हुई ताजा घटना में भी मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है. वह भी इस परिस्थिति में, जब इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल सड़कों पर और आस-पास के क्षेत्रों में व्यस्त हैं.''
लेटर में लिखा गया है कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी परिस्थिति में इसे कानून लागू करने वाले तंत्र की नाकामी नहीं समझा जाना चाहिए.
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