रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि उनका देश शांति वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन समय बीतने के साथ यूक्रेन के साथ बातचीत और कठिन होती जाएगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्टेट ड्यूमा के नेताओं और पार्टी गुटों के प्रमुखों के साथ बैठक के दौरान पुतिन के हवाले से कहा, हम शांति वार्ता से इनकार नहीं कर रहे हैं, लेकिन इससे मना करने वालों को पता होना चाहिए कि वे जितना अधिक समय बर्बाद करेंगे, उनके लिए हमारे साथ बातचीत करना उतना ही मुश्किल होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि पश्चिम दशकों से रूस के प्रति बेहद आक्रामक रहा है।
उन्होंने कहा, यूरोप में समान सुरक्षा की प्रणाली बनाने के हमारे प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया था। मिसाइल रक्षा की समस्या पर संयुक्त कार्य की पहल को खारिज कर दिया गया था। नाटो विस्तार की अस्वीकार्यता के बारे में चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया गया।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया पर एक नई व्यवस्था थोपने के पश्चिमी देशों के प्रयास विफल होने के लिए अभिशप्त हैं।
--आईएएनएस
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